सऊदी अरब ने वर्चुली मोड में आयोजित की गई G20 विदेश मंत्रियों की असाधारण बैठक की अध्यक्षता की। COVID-19 महामारी संकट की स्थिति के बारे में बुलाई गई इस आभासी बैठक में विदेश मंत्री (EAM) एस जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। बैठक के दौरान, भारत ने ‘G20 Principles on Coordinated Cross-Border Movement of People’ यानि लोगों के समन्वित क्रॉस-बॉर्डर मूवमेंट पर स्वैच्छिक G20 व्यवस्था स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। यह नया प्रस्ताव निम्नलिखित तीन मानदंडों पर आधारित होगा:
a) Standardisation of testing procedures and universal acceptability of test results
b) Standardisation of ‘Quarantine procedures’
c) Standardisation of ‘movement and transit’ protocols
प्रतिभागियों ने COVID-19 महामारी संकट के दौरान सीमाओं के पार अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा मंत्रियों ने COVID-19 महामारी से निपटने के लिए सीमा पार प्रबंधन पहलों से मिले राष्ट्रीय अनुभवों और सीख पर भी चर्चा की।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- ये 20 सदस्यी समूह (G20) अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है जो हर महाद्वीप के विकसित और विकासशील दोनों देशों के नेताओं को एक मंच पर साथ लाता है।
- G20 समूह के सदस्य देश है:- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया गणराज्य, तुर्की, ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू).