साहित्य अकादमी ने साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 की घोषणा कर दी है। यह पुरस्कार 11 मार्च 2023 को नई दिल्ली स्थित कमानी सभागार में वितरित किए जाएंगे। हिंदी के लिए बद्री नारायण को साहित्य अकादमी अवॉर्ड दिया जाएगा। बद्री नारायण हिंदी के एक बहुत प्रसिद्ध कवि हैं। उन्हें हिंदी कविता में अपने विशिष्ट योगदान के कारण केदार सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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इसके अलावा अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय और उर्दू के लिए अनीस अशफाक को इस साल का साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा। अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने इसकी जानकारी दी है। राव ने कहा कि बद्री नारायण को हिंदी में उनके कविता संग्रह ‘तुमड़ी के शब्द’ के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा जाएगा। 23 भाषाओं के लिए एलान किए गए इन पुरस्कारों में सात कविता संग्रह, छह उपन्यास, दो कहानी संग्रह, दो साहित्य समालोचना, तीन नाटक और एक आत्मकथा समेत अन्य रचनाएं शामिल हैं।
| भाषा | शीर्षक और शैली | लेखक का नाम |
| असमिया | भूल सत्य (लघु कथाएँ) | मनोज कुमार गोस्वामी |
| बोडो | संश्रिनी मोदिरा (कविता) | रश्मि चौधरी |
| डोगरी | छे रूपक (नाटक) | वीना गुप्ता |
| अंग्रेज़ी | ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड (उपन्यास) | अनुराधा राय |
| गुजराती | घेर जतन (आत्मकथात्मक निबंध) | गुलाम मोहम्मद शेख |
| हिंदी | तुमड़ी के शब्द, कविता-संग्रह | बद्री नारायण |
| कन्नडा | बहुतवाद भारत मट्टु बुद्ध तात्विकते (लेखों का संग्रह) | मुदनाकुडु चिन्नास्वामी |
| कश्मीरी | जायल डाब (साहित्यिक आलोचना) | फारूक फैयाज |
| कोंकणी | अमृतवेल (उपन्यास) | माया अनिल खरांगटे |
| मैथिली | पेन-ड्राइव मी पृथ्वी (कविता) | अजीत आजाद |
| मलयालम | आशांटे सीतायनम (साहित्यिक आलोचना) | एम थॉमस मैथ्यू |
| मणिपुरी | लेइरोननुंग (कविता) | कोइजाम शांतिबाला |
| मराठी | उजव्या सोंदेच्य बाहुल्य (उपन्यास) | प्रवीण दशरथ बांदेकर |
| नेपाली | साइनो (नाटक) | के.बी. नेपाली |
| ओडिया | दयानदी (कविता) | गायत्रीबाला पांडा |
| पंजाबी | मैं आयनघोष नहीं (लघु कथाएँ) | सुरजीत |
| राजस्थानी | आलेखुन अम्बा (प्ले) | कमल रंगा |
| संस्कृत | दीपमाणिक्यम (कविता) | जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ |
| संताली | सबर्णका बलिरे सनन’ पंजय (कविता) | काजली सोरेन (जगन्नाथ सोरेन) |
| सिन्धी | सिंधी साहित्य जो मुख्तसर इतिहास (साहित्यिक इतिहास) | कन्हैयालाल लेखवानी |
| तमिल | काला पानी (उपन्यास) | एम. राजेंद्रन |
| तेलुगु | मनोधर्मपरागम (उपन्यास) | मधुरंथकम नरेंद्र |
| उर्दू | ख्वाब साराब (उपन्यास) | अनीस अशफाक |
साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जिसे साहित्य अकादमी हर साल साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा सहित कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता है। पहली बार साहित्य अकादमी पुरस्कार साल 1955 में दिए गए थे।
साहित्य अकादमी पुरस्कार में विजेताओं को एक लाख रुपये नकद राशि और एक ताम्रपत्र दिया जाता है। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5 हजार रुपये थी, जो साल 1983 में बढ़ा कर 10 हजार रुपये कर दी गई और साल 1988 में बढ़ा कर इसे 25 हजार रुपये कर दिया गया। इसके बाद साल 2001 से यह राशि 40 हजार रुपये की गई और उसके बाद साल 2003 में यह राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी गई थी। फिर सरकार ने साल 2009 में इस पुरस्कार की राशि को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया था।
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