सागर कवच 01/24 नामक दो दिवसीय तटीय सुरक्षा अभ्यास 1-2 अप्रैल, 2024 तक लक्षद्वीप द्वीप समूह में आयोजित किया गया था। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल, समुद्री पुलिस, मत्स्य पालन, सीमा शुल्क और अन्य सुरक्षा एजेंसियों सहित सभी समुद्री सुरक्षा एजेंसियों की भागीदारी शामिल थी।
उद्देश्य और परिणाम
अभ्यास का प्राथमिक उद्देश्य समुद्र से उत्पन्न होने वाले असममित खतरों से निपटने में तटीय सुरक्षा तंत्र की प्रभावशीलता को मान्य करना था। इस अभ्यास में विभिन्न तटीय सुरक्षा हितधारकों के बीच बढ़ी हुई तैयारी, प्रतिक्रिया तंत्र, निगरानी क्षमता और समन्वय देखा गया।
भागीदारी और संलग्न परिसंपत्तियाँ
अभ्यास के दौरान, भाग लेने वाली एजेंसियों की संपत्तियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी। इसमें भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक, समुद्री पुलिस, मत्स्य पालन, सीमा शुल्क और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की संपत्तियां शामिल थीं। इस अभ्यास ने लक्षद्वीप क्षेत्र में तटीय सुरक्षा ढांचे की प्रभावशीलता का परीक्षण और सत्यापन करने का अवसर प्रदान किया।
अभ्यास का महत्व
सागर कवच 01/24 अभ्यास देश की तटीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह मौजूदा तंत्र में सुधार के लिए किसी भी अंतराल या क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है और यह सुनिश्चित करता है कि समुद्री सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। अभ्यास के दौरान हितधारकों के बीच बढ़ा हुआ समन्वय और सहयोग भी तटीय सुरक्षा ढांचे की समग्र प्रभावशीलता में योगदान देता है।
लक्षद्वीप द्वीप समूह में सागर कवच 2024 अभ्यास का सफल आयोजन देश के समुद्री हितों की रक्षा और इसके तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।