रूस ने एक फ्रिगेट से लगभग 10 नई त्सिरकोन (Tsirkon) (जिरकोन) हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और एक पनडुब्बी से अन्य दो मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। जिरकोन मिसाइल ध्वनि की गति से नौ गुना तेज उड़ान भरने में सक्षम होगी और इसकी मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर (620 मील) होगी। त्सिरकोन क्रूज मिसाइल रूस के हाइपरसोनिक शस्त्रागार में अवांगार्ड ग्लाइड वाहनों और हवा से लॉन्च किंजल (डैगर) मिसाइलों में शामिल हो जाएगी।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू नवम्बर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
जिरकोन का उद्देश्य रूसी क्रूजर, फ्रिगेट और पनडुब्बियों को बांटना है। यह रूस में विकास के तहत कई हाइपरसोनिक मिसाइलों में से एक है। यह लॉन्च जिरकोन के परीक्षणों की श्रृंखला में नवीनतम था, जो अगले साल सेवा में प्रवेश करने के लिए तैयार है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
भारत अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में विदेशी कंपनियों को 49% तक हिस्सेदारी लेने की अनुमति…
पायल कपाड़िया, मुंबई की एक फिल्म निर्माता, को फ्रांसीसी सरकार द्वारा प्रतिष्ठित 'ऑफिसियर डां ल'ऑर्ड्रे…
कैलाश मानसरोवर यात्रा (केएमवाई) एक महत्वपूर्ण वार्षिक तीर्थयात्रा है, जो भारत और चीन के बीच…
भारत और फ्रांस 28 अप्रैल 2025 को 26 राफेल-नेवल (राफेल-एम) लड़ाकू विमानों की खरीद के…
वैश्वीकरण के इस दौर में, जहाँ व्यापार के माध्यम से देशों को एक-दूसरे के करीब…
भारत ने हाइपरसोनिक हथियारों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…