रूस ने पर्म नामक परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी पेश की है, जिसमें ज़िरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल लगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि आधुनिक रक्षा प्रणालियों से इसे रोका नहीं जा सकता। यासेन-एम श्रेणी का यह जहाज रूस के रणनीतिक नौसैनिक विस्तार का हिस्सा है और इसे अगले साल प्रशांत बेड़े में शामिल किया जाएगा।
रूस ने ज़िरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल से लैस अपनी पहली परमाणु पनडुब्बी पर्म लॉन्च की है , जिसे रोकना कथित तौर पर असंभव है। यासेन-एम क्लास का हिस्सा पर्म अगले साल प्रशांत बेड़े में शामिल किया जाएगा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लॉन्च को एक मील का पत्थर बताते हुए रूस की नौसेना क्षमताओं को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया। ज़िरकॉन मिसाइल, जो अपनी मैक 8 गति और रडार से बचने वाले प्लाज्मा क्लाउड के लिए जानी जाती है, मौजूदा वायु रक्षा प्रणालियों के लिए एक बड़ी चुनौती है।
सारांश/स्थैतिक | विवरण |
चर्चा में क्यों? | रूस ने ‘अनस्टॉपेबल’ जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस परमाणु पनडुब्बी का प्रक्षेपण किया |
पनडुब्बी का नाम | पर्म (यासेन-एम वर्ग) |
प्रक्षेपण स्थान | सेवमाश शिपयार्ड, सेवेरोद्विंस्क, रूस |
कमीशनिंग तिथि | 2026 (प्रशांत बेड़ा) |
भूमिका | बहु-भूमिका हमलावर पनडुब्बी |
मिसाइल से लैस | जिरकोन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल |
मिसाइल की गति | मैक 8 (9,900 किमी/घंटा) |
मिसाइल की रेंज | 500 – 1,000 किमी (311 – 621 मील) |
स्टेल्थ फीचर | प्लाज्मा क्लाउड रडार तरंगों को अवशोषित कर लेता है (डिटेक्ट न किया जा सकता है) |
वर्तमान ख़तरे का स्तर | मौजूदा हवाई सुरक्षा के साथ अवरोधन करना असंभव |
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