भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने नए ₹50 मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी करने की घोषणा की है, जिन पर नए नियुक्त गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। मल्होत्रा ने दिसंबर 2024 में 26वें RBI गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला, उन्होंने शक्तिकांत दास का स्थान लिया। ये नए बैंकनोट महात्मा गांधी (नए) श्रृंखला के वर्तमान डिज़ाइन को बनाए रखेंगे, जिससे देश की मुद्रा प्रणाली में स्थिरता बनी रहेगी। महत्वपूर्ण रूप से, पहले जारी किए गए ₹50 के सभी नोट वैध रहेंगे और कानूनी रूप से मान्य होंगे, जैसा कि RBI ने पुष्टि की है।
संजय मल्होत्रा ने दिसंबर 2024 में RBI गवर्नर का पदभार संभाला, जब शक्तिकांत दास का विस्तारित कार्यकाल समाप्त हुआ। केंद्रीय बैंक में नियुक्ति से पहले, मल्होत्रा वित्त मंत्रालय में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे और उन्होंने बैंकिंग व वित्तीय नीतियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब RBI मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक स्थिरता और डिजिटल बैंकिंग के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
नए ₹50 बैंकनोट महात्मा गांधी (नए) श्रृंखला के मौजूदा डिज़ाइन को बनाए रखेंगे। यह श्रृंखला जालसाजी रोकने और मुद्रा की सुरक्षा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई थी। नोट के अग्रभाग पर महात्मा गांधी का चित्र प्रमुख रूप से बना रहेगा और पिछले डिज़ाइन में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जाएगा, केवल गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर जोड़े जाएंगे। इससे जनता के लिए मुद्रा में निरंतरता बनी रहेगी और सुरक्षा मानकों को बनाए रखा जाएगा।
हाँ, RBI ने पुष्टि की है कि पहले जारी किए गए ₹50 के सभी नोट कानूनी रूप से मान्य रहेंगे। इसका अर्थ है कि संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर वाले नए नोट जारी होने के बावजूद, पूर्व गवर्नरों द्वारा हस्ताक्षरित पुराने नोट भी प्रचलन में रहेंगे। यह RBI की नीति के अनुरूप है, जिससे जनता और व्यवसायों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और मुद्रा प्रणाली सुचारू रूप से कार्य करती रहे।
बैंकनोट पर RBI गवर्नर का हस्ताक्षर बदलना एक नियमित प्रक्रिया है। जब भी नया गवर्नर पदभार ग्रहण करता है, RBI उनके हस्ताक्षर वाले नए नोट जारी करता है, जबकि पुराने नोट भी वैध रहते हैं। उदाहरण के लिए, 2016 में उर्जित पटेल के हस्ताक्षर वाले ₹50 नोट जारी किए गए थे, और इससे पहले 2004 में वाई.वी. रेड्डी के हस्ताक्षर वाले नोट प्रचलन में आए थे। यह प्रक्रिया आधिकारिक रिकॉर्ड को अद्यतन बनाए रखने और मुद्रा प्रणाली में स्थिरता बनाए रखने में मदद करती है।
RBI द्वारा संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर वाले ₹50 के बैंकनोट जारी करना मुद्रा प्रबंधन की एक नियमित प्रक्रिया है। डिज़ाइन में निरंतरता बनाए रखते हुए और मौजूदा नोटों की कानूनी वैधता सुनिश्चित करके, केंद्रीय बैंक भारत की मौद्रिक प्रणाली को स्थिर और प्रभावी बनाए रखता है।
| विषय | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | RBI ने ₹50 के नए बैंकनोट जारी करने की घोषणा की, जिन पर गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। डिज़ाइन महात्मा गांधी (नए) श्रृंखला के तहत अपरिवर्तित रहेगा। पुराने ₹50 के नोट वैध रहेंगे। |
| नए RBI गवर्नर | संजय मल्होत्रा (26वें गवर्नर, दिसंबर 2024 में पदभार ग्रहण किया, शक्तिकांत दास के उत्तराधिकारी)। |
| पूर्व RBI गवर्नर | शक्तिकांत दास (दिसंबर 2018 से दिसंबर 2024 तक सेवा दी)। |
| बैंकनोट श्रृंखला | महात्मा गांधी (नए) श्रृंखला। |
| डिज़ाइन में बदलाव | कोई बदलाव नहीं, केवल गवर्नर के हस्ताक्षर अपडेट किए गए। |
| कानूनी वैधता | पुराने ₹50 के बैंकनोट मान्य रहेंगे। |
| पूर्व गवर्नर जिन्होंने ₹50 नोट जारी किए | उर्जित पटेल (2016), वाई. वी. रेड्डी (2004)। |
| RBI की स्थापना | 1 अप्रैल 1935। |
| RBI मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र। |
| RBI अधिनियम | भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934। |
वित्तीय समावेशन को गहराई देने की दिशा में एक बड़े कदम के तहत डाक विभाग…
PNB हाउसिंग फाइनेंस ने अजय कुमार शुक्ला को अपना नया प्रबंध निदेशक (Managing Director) एवं…
एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट एशियन डेवलपमेंट आउटलुक (ADO) दिसंबर 2025: ग्रोथ…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत की जनगणना 2027 कराने के…
केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने भारत की कोयला आवंटन प्रणाली में…
केंद्र सरकार ने ग्रामीण रोजगार से जुड़ी देश की सबसे बड़ी योजना मनरेगा को नया…