भारतीय रिज़र्व बैंक के मुताबिक, लंबी अवधि के लिए यह मार्च 2018 के महीने में प्रत्येक मंगलवार, 31 दिनों तक अतिरिक्त परिवर्तनीय रेपो रेट ऑपरेशंस शुरू करेगा जो प्रत्येक 25,000 करोड़ रुपये के लिए होगा, ताकि बैंकों को अतिरिक्त तरलता सहायता प्रदान की जा सके.
इसका अर्थ यह होगा कि केंद्रीय बैंक चालू माह में बैंकिंग प्रणाली को 1 लाख करोड़ रुपये की तरलता प्रदान करने के लिए तैयार है. यह कदम बैंकिंग प्रणाली में तरलता को धीरे-धीरे कसने की पृष्ठभूमि में आता है, जिसके चलते क्रेडिट की बढ़ोतरी बढ़ रही है, और भारतीय कंपनियों के लिए मध्य-मार्च की अवधि, अग्रिम कर भुगतान करने के लिए है.
स्रोत- द हिंदू बिजनेस लाइन
परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- डॉ उरजीत पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक के 24वें गवर्नर हैं.
- आरबीआई का मुख्यालय मुंबई में है.