Categories: Uncategorized

RBI ने NBFC के लिए चलनिधि जोखिम प्रबंधन पर मसौदा मानदंड जारी किए

RBI ने कहा कि 5,000 करोड़ रुपये और उससे अधिक संपत्ति आकार वाली सभी गैर-जमा लेने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) और सभी डिपॉजिट लेने वाले NBFC को अपनी संपत्ति के आकार के बावजूद, तरलता कवरेज अनुपात (LCR) के संदर्भ में एक तरलता बफर बनाए रखना है.

एनबीएफसी और मूल निवेश कंपनियों के लिए तरलता जोखिम प्रबंधन ढांचे पर एक मसौदे में, ये उपाय संभावित तरलता अवरोधों के लिए एनबीएफसी के लचीलापन को बढ़ावा देंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके पास 30 दिनों तक चलने वाले तीव्र तरलता तनाव से बचने के लिए पर्याप्त उच्च गुणवत्ता वाले तरल संपत्ति (HQLA) है. बैंकिंग नियामक ने प्रस्तावित किया कि यह 01 अप्रैल 2020 से 01 अप्रैल 2024 तक LCR को एक ग्लाइड पथ के माध्यम से लागू करेगा.


Source- Money Control
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
admin

Recent Posts

सोनी इंडिया ने हासिल किए ACC टूर्नामेंट के मीडिया अधिकार

22 नवंबर 2024 की शाम, बीसीसीआई और एसीसी के प्रमुख तथा आईसीसी के अध्यक्ष-निर्वाचित जय…

4 hours ago

विश्व बैंक ने दिल्ली में ‘नौकरियां आपके द्वार’ रिपोर्ट लॉन्च की

22 नवंबर 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और श्रम, रोजगार, युवा मामले और…

9 hours ago

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट, 4 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा

15 नवंबर 2024 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves)…

9 hours ago

23 दिसंबर से बीएसई सेंसेक्स पर जेएसडब्ल्यू स्टील की जगह लेगा ज़ोमैटो

22 नवंबर 2024 को एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड, जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की सहायक…

9 hours ago

ग्वालियर में अत्याधुनिक संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र के साथ भारत की पहली आधुनिक, आत्मनिर्भर गौशाला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर के ललटिपारा में भारत की पहली आधुनिक…

11 hours ago

IISc ने नैनोपोर अनुसंधान के लिए स्ट्रॉन्ग की शुरुआत की

भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु के शोधकर्ताओं ने STRONG (STring Representation Of Nanopore Geometry) नामक…

12 hours ago