RBI ने महिलाओं के समावेशन के लिए वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2025 का शुभारंभ किया

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय साक्षरता सप्ताह (FLW) 2025 की शुरुआत 24 से 28 फरवरी तक की है, जिसका विषय है – “वित्तीय साक्षरता: महिलाओं की समृद्धि”। इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय प्रबंधन, सूचित निर्णय लेने और आर्थिक विकास में योगदान देने के बारे में जागरूक करना है। RBI इस पहल के माध्यम से वित्तीय समावेशन में लिंग अंतर को कम करने और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास कर रहा है।

महिलाओं की समृद्धि के लिए वित्तीय साक्षरता क्यों आवश्यक है?

वित्तीय साक्षरता महिलाओं को बचत, निवेश, ऋण प्रबंधन और वित्तीय जोखिमों को प्रभावी ढंग से समझने और प्रबंधित करने में मदद करती है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने FLW 2025 का उद्घाटन करते हुए कहा कि वित्तीय ज्ञान महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और सुरक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने बैंकों और वित्तीय संस्थानों से महिलाओं को वित्तीय सेवाओं और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए सभी संचार माध्यमों का उपयोग करने का आग्रह किया।

भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लक्ष्य के तहत, यह पहल महिलाओं को बैंकिंग, ऋण और निवेश अवसरों तक पहुंच प्रदान कर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने पर केंद्रित है।

RBI कैसे बढ़ा रहा है महिलाओं के बीच वित्तीय जागरूकता?

FLW 2025 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) और प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों सहित कई वित्तीय संस्थानों के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। RBI ने मल्टीमीडिया अभियानों, सोशल मीडिया प्रचार और शिक्षण सामग्री के माध्यम से अधिकतम लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया है।

बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे जागरूकता सत्र आयोजित करें, सूचनात्मक सामग्री वितरित करें और महिलाओं को वित्तीय ज्ञान बढ़ाने में मदद करें। इसके अलावा, नेशनल सेंटर फॉर फाइनेंशियल एजुकेशन (NCFE) ने वित्तीय साक्षरता क्विज़ और महिलाओं के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम शुरू किए हैं, जो पेंशन योजना, ऋण प्रबंधन, निवेश रणनीतियां, डिजिटल बैंकिंग और जोखिम प्रबंधन जैसे विषयों को कवर करते हैं।

यह पहल भारत के वित्तीय समावेशन लक्ष्यों से कैसे जुड़ी है?

2016 से, RBI हर साल वित्तीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन कर रहा है ताकि नागरिकों को व्यक्तिगत वित्त और आर्थिक कल्याण के बारे में शिक्षित किया जा सके। 2025 में महिलाओं की समृद्धि पर विशेष ध्यान देने का उद्देश्य वित्तीय भागीदारी में लिंग आधारित असमानता को दूर करना है।

RBI के अनुसार, महिलाओं में वित्तीय साक्षरता बढ़ने से –

  • घरों की आर्थिक स्थिरता मजबूत होगी।
  • उद्यमिता के अवसर बढ़ेंगे।
  • संपूर्ण अर्थव्यवस्था अधिक समावेशी बनेगी।

RBI इस पहल के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और भारत के आर्थिक विकास में उनके योगदान को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2025 भारत के वित्तीय सशक्तिकरण के सफर में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह दर्शाता है कि एक जागरूक और वित्तीय रूप से सक्षम समाज ही सतत आर्थिक विकास की कुंजी है।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

2 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

3 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

4 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

7 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

7 hours ago