RBI ने मौद्रिक नीति इनपुट के लिए 3 प्रमुख सर्वेक्षण शुरू किए

भारत की मौद्रिक नीति को वास्तविक समय में घरेलू भावनाओं के आधार पर बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने तीन महत्वपूर्ण सर्वेक्षण शुरू किए हैं: इन्फ्लेशन एक्सपेक्टेशन्स सर्वे ऑफ हाउसहोल्ड्स (IESH), अर्बन कंज़्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे (UCCS) और रूरल कंज़्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे (RCCS)। ये सर्वेक्षण महंगाई के रुझानों, उपभोक्ता विश्वास और आर्थिक भावना का मूल्यांकन करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जिससे केंद्रीय बैंक सूचित और सटीक नीतिगत निर्णय ले सके।

समाचार में क्यों?
29 अप्रैल 2025 को भारतीय रिज़र्व बैंक ने तीन प्रमुख उपभोक्ता सर्वेक्षणों की शुरुआत की, जिनका उद्देश्य जनता की महंगाई, रोजगार, आय और आर्थिक विश्वास पर धारणा को जानना है। इनसे प्राप्त आंकड़े 4–6 जून 2025 को होने वाली आरबीआई की अगली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के लिए महत्त्वपूर्ण इनपुट होंगे।

आरबीआई द्वारा आरंभ किए गए 3 प्रमुख सर्वेक्षण:

  1. इन्फ्लेशन एक्सपेक्टेशन्स सर्वे ऑफ हाउसहोल्ड्स (IESH)

    • उद्देश्य: घरेलू उपभोग के आधार पर भविष्य की महंगाई की अपेक्षाओं को जानना।

    • क्षेत्र: भारत के 19 प्रमुख शहरों में संचालित।

    • फोकस: आगामी 3 महीने और 1 वर्ष के महंगाई परिदृश्य की धारणा।

  2. अर्बन कंज़्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे (UCCS)

    • प्रतिभागी: इन्हीं 19 शहरों के शहरी परिवार।

    • फोकस क्षेत्र:

      • सामान्य आर्थिक स्थिति

      • रोजगार

      • मूल्य स्तर

      • आय और खर्च की प्रवृत्ति

    • प्रकृति: उपभोक्ता भावना पर आधारित गुणात्मक सर्वेक्षण।

  3. रूरल कंज़्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे (RCCS)

    • क्षेत्र: 31 राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र।

    • उद्देश्य: वर्तमान भावना और अगले वर्ष के लिए अपेक्षाएं जैसे कि

      • रोजगार

      • आर्थिक स्थिति

      • आय स्तर

      • खर्च की योजना

सामान्य उद्देश्य:

  • मौद्रिक नीति समिति (MPC) को अर्थव्यवस्था की ज़मीनी स्थिति का अनुमान देना।

  • ब्याज दरों और महंगाई नियंत्रण के लिए डेटा-आधारित निर्णय प्रक्रिया को सुदृढ़ करना।

आवृत्ति:

  • ये सर्वेक्षण हर वित्तीय वर्ष में छह बार MPC बैठकों से पहले नियमित रूप से किए जाते हैं।

सारांश / स्थिर जानकारी विवरण
समाचार में क्यों? मौद्रिक नीति इनपुट के लिए आरबीआई ने 3 प्रमुख सर्वेक्षण शुरू किए।
सर्वेक्षण IESH, UCCS, RCCS
उद्देश्य घरेलू भावनात्मक डेटा से मौद्रिक नीति को समर्थन देना।
कवरेज IESH और UCCS: 19 शहर; RCCS: 31 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश (ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र)
मुख्य विषयवस्तु महंगाई, रोजगार, आय, खर्च, आर्थिक भावना
अगली एमपीसी बैठक 4–6 जून, 2025
किसके द्वारा संचालित भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)

 

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

2 hours ago

RBI मौद्रिक नीति दिसंबर 2025: दरों में कटौती और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव

भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…

3 hours ago

ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी 2026 तक गुरुग्राम में अपना पहला भारतीय कैंपस खोलेगी

भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…

4 hours ago

जानें कैसे 29 साल की लड़की बनी दुनिया की सबसे युवा सेल्फ-मेड महिला अरबपति

सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…

5 hours ago

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

6 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

6 hours ago