भारतीय रिज़र्व बैंक ने निम्नलिखित दो प्रकार की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (Non-Banking Financial Companies – NBFCs) के लिए आंतरिक लोकपाल तंत्र (Internal Ombudsman mechanism) शुरू करने की घोषणा की है। ये दो प्रकार की एनबीएफसी 10 या अधिक शाखाओं वाली जमा स्वीकार करने वाली एनबीएफसी (एनबीएफसी-डी) और जमा न लेने वाली एनबीएफसी (एनबीएफसी-एनडी) जिनका परिसंपत्ति आकार 5,000 करोड़ रुपये और उससे अधिक है, जिनका सार्वजनिक ग्राहक इंटरफेस (public customer interface) है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू अक्टूबर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
फलस्वरूप, एनबीएफसी की इन दो श्रेणियों को आंतरिक लोकपाल (आईओ) नियुक्त करना होगा। आरबीआई में लोकपाल के पास शिकायत भेजने से पहले आंतरिक लोकपाल इकाई स्तर पर सार्वजनिक शिकायत को संभालने के लिए जिम्मेदार होगा। आरबीआई ने आंतरिक लोकपाल की नियुक्ति के लिए एनबीएफसी को छह महीने का समय दिया है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
आईसीआईसीआई बैंक और टाइम्स इंटरनेट ने ‘टाइम्स ब्लैक आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड’ लॉन्च किया है,…
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी, जो टाटा पावर की एक इकाई है, ने छत पर सोलर…
एनटीपीसी, जो भारत की प्रमुख पावर कंपनी है, ने बिहार में एक न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट…
भारत पहली बार 2025 पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेजबानी करने के लिए तैयार है,…
भारत ने 20 दिसंबर 2024 को थाईलैंड द्वारा वर्चुअल रूप से आयोजित 24वीं BIMSTEC वरिष्ठ…
हर साल 21 दिसंबर को विश्व बास्केटबॉल दिवस मनाया जाता है, जो इस खेल के…