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RBI ने शहरी सहकारी बैंकों को बढ़ावा देने के लिए एनयूसीएफडीसी को हरी झंडी दी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त और विकास निगम (National Urban Cooperative Finance and Development Corporation – NUCFDC) के गठन को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य पूरे भारत में शहरी सहकारी बैंकों (Urban Cooperative Banks – UCBs) की परिचालन क्षमता को बढ़ाना है। यह पहल नियामक अनुपालन, वित्तीय स्थिरता और प्रौद्योगिकी उन्नति जैसी चुनौतियों का समाधान करने के लिए शुरू की गई है।

पृष्ठभूमि और मंजूरी

2004 में UCBs की संख्या 1,926 से घटकर 2024 तक लगभग 1,500 रह गई। इस गिरावट को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में RBI ने NUCFDC के गठन को मंजूरी दी। यह संगठन UCBs को व्यापक समर्थन प्रदान करेगा, जिसमें IT अवसंरचना और परिचालन सहायता शामिल है।

उद्देश्य और कार्य

NUCFDC के मुख्य उद्देश्य हैं:

  • क्षमता निर्माण: छोटे UCBs की परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम।
  • तकनीकी उन्नति: बैंकिंग परिचालनों के आधुनिकीकरण के लिए नवीनतम IT समाधान अपनाने में मदद।
  • फंड आधारित सेवाएं: सदस्य बैंकों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी पूंजी आधार को मजबूत करना।
  • गैर-फंड आधारित सेवाएं: शासन और अनुपालन में सुधार के लिए परामर्श और सलाहकार सेवाएं।

इन पहलों से सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा, और सदस्य बैंकों को डिजिटल युग की जटिलताओं को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने के लिए तैयार किया जाएगा।

नियामक ढांचा और पूंजी आवश्यकताएं

NUCFDC को एक स्व-नियामक संगठन (Self-Regulatory Organization) के रूप में कार्य करने के लिए ₹300 करोड़ की चुकता पूंजी (Paid-Up Capital) की आवश्यकता है। RBI ने इस पूंजी आवश्यकता को पूरा करने के लिए 7 फरवरी 2025 की समय-सीमा निर्धारित की है। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) ने चुकता पूंजी का 20% योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई है।

हाल के विकास

24 जनवरी 2025 को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुंबई में NUCFDC के कॉर्पोरेट कार्यालय का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के दौरान सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई प्रमुख पहल शुरू की गईं:

  • अंतर्राष्ट्रीय सहकारी वर्ष 2025 का वार्षिक कैलेंडर: वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए।
  • बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम: 10,000 नई समितियों को आधुनिक प्रबंधन और शासन कौशल के साथ सशक्त बनाने के लिए।
  • प्राथमिक सहकारी समितियों के लिए रैंकिंग ढांचा: पारदर्शिता, दक्षता, और प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के लिए।
खबर में क्यों? मुख्य बिंदु
RBI ने NUCFDC की स्थापना को मंजूरी दी NUCFDC का उद्देश्य शहरी सहकारी बैंकों (UCBs) को समर्थन देना है।
NUCFDC के उद्देश्य क्षमता निर्माण, IT समर्थन, और वित्तीय सेवाएं प्रदान करना।
पृष्ठभूमि 2004 में UCBs की संख्या 1,926 थी, जो 2024 में घटकर 1,500 हो गई।
चुकता पूंजी आवश्यकता फरवरी 2025 तक ₹300 करोड़ की आवश्यकता।
NUCFDC के फंडिंग स्रोत NCDC ₹300 करोड़ की चुकता पूंजी का 20% योगदान देगा।
उद्घाटन कार्यक्रम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 24 जनवरी 2025 को मुंबई में NUCFDC कार्यालय का उद्घाटन किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम 10,000 सहकारी समितियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सहकारी समितियों के लिए रैंकिंग ढांचा पारदर्शिता और दक्षता में सुधार के लिए रैंकिंग ढांचा लागू।
RBI ने शहरी सहकारी बैंकों को बढ़ावा देने के लिए एनयूसीएफडीसी को हरी झंडी दी |_3.1

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