भारतीय टीम के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी के दौरान विशेष उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली है। जडेजा टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन और 300 विकेट लेने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। दुनिया के शीर्ष ऑलराउंडर जडेजा ने यह उपलब्धि कोलकाता टेस्ट के दूसरे दिन हासिल की है।
जडेजा टेस्ट प्रारूप में यह उपलब्धि हासिल करने वाले कपिल देव के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। अपना 88वां टेस्ट मैच खेल रहे जडेजा को 4000 टेस्ट रन पूरे करने के लिए 10 रनों की जरूरत थी। दूसरे दिन जैसे ही उन्होंने 10 रन बनाए, उनके टेस्ट में 4000 रन पूरे हो गए और जडेजा इस विशेष सूची में शामिल हो गए। जडेजा से पहले कपिल देव, इयान बाथम और डेनियल विटोरी टेस्ट में 4000 रन और 300 विकेट लेने की उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं।
सबसे तेजी से इस मुकाम पर पहुंचने वाले दूसरे खिलाड़ी
जडेजा सबसे तेजी से इस मुकाम पर पहुंचने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। जडेजा ने 88 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की है। सिर्फ बॉथम इस मामले में उनसे आगे हैं जिन्होंने 72वें टेस्ट मैच में 4000 रन और 300 विकेट पूरे किए थे। जडेजा भारत के स्टार ऑलराउंडर हैं। बल्ले से उनका औसत 38 से अधिक है। उन्होंने छह शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं। उनके नाम टेस्ट में 15 फाइव विकेट हॉल हैं।
जडेजा का ऐतिहासिक मील का पत्थर
मुख्य आँकड़े
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टेस्ट रन: 4000*
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टेस्ट विकेट: 338 (15 नवंबर 2025 तक)
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मैच: 88
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प्रतिद्वंदी: दक्षिण अफ्रीका
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स्थान: ईडन गार्डन्स, कोलकाता
दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरे जडेजा को मील के पत्थर तक पहुँचने के लिए केवल 10 रनों की जरूरत थी। उन्होंने यह लक्ष्य सुबह के सत्र में पूरा कर लिया, जिससे उनके विश्व नं. 1 टेस्ट ऑलराउंडर का दर्जा और मजबूत हुआ।
4000+ रन और 300+ विकेट वाले खिलाड़ियों का एलीट क्लब
| खिलाड़ी | देश | मैच | रन | विकेट |
| कपिल देव | भारत | 131 | 5248 | 434 |
| इयान बॉथम | इंग्लैंड | 102 | 5200 | 383 |
| डैनियल विटोरी | न्यूज़ीलैंड | 113 | 4531 | 362 |
| रवींद्र जडेजा | भारत | 88 | 4000 | 338 |
जडेजा इस क्लब में शामिल होने वाले दूसरे भारतीय और दूसरे सबसे तेज़ खिलाड़ी हैं। उनसे तेज़ यह उपलब्धि केवल इयान बॉथम (72 टेस्ट) ने हासिल की थी।
यह उपलब्धि क्यों महत्वपूर्ण है?
1. सभी प्रारूपों में निरंतरता
जडेजा टेस्ट ही नहीं, बल्कि तीनों प्रारूपों में भारत के लिए मैच विनर रहे हैं।
2. गेंदबाज़ी में महारत
उनकी सटीक, किफायती और विकेट लेने वाली लेफ्ट-आर्म स्पिन अक्सर सबसे कठिन साझेदारियों को तोड़ती है।
3. निचले क्रम में भरोसेमंद बल्लेबाज
उनकी काउंटर-अटैकिंग शैली ने कई बार भारत को मुश्किल स्थितियों से निकाला है।
4. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शामिल
तेज़ी, फुर्ती और शानदार थ्रो—जडेजा की फील्डिंग ने मैचों का रुख कई बार बदला है।
संक्षेप में, जडेजा का योगदान सिर्फ आँकड़ों तक सीमित नहीं है—वे खेल का संतुलन बदलने वाले दुर्लभ खिलाड़ी हैं।
स्थैतिक तथ्य
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नाम: रवींद्र जडेजा
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टेस्ट डेब्यू: दिसंबर 2009 (श्रीलंका के खिलाफ)
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मील का पत्थर हासिल किया: 15 नवंबर 2025
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टेस्ट रन: 4000*
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टेस्ट विकेट: 338
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मैच: भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, दूसरा टेस्ट, ईडन गार्डन्स
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रिकॉर्ड सूची में स्थान: विश्व में 4थे, भारत से 2रे खिलाड़ी
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क्लब के अन्य सदस्य: कपिल देव, इयान बॉथम, डैनियल विटोरी