भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 08 जुलाई 2025 को ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया। यह पुरस्कार पीएम मोदी को भारत-ब्राजील के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और ग्लोबल मंचों पर सहयोग बढ़ाने के लिए दिया गया। मई 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से पीएम मोदी को किसी विदेशी सरकार की तरफ से दिया गया यह 26वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है।
‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ ब्राज़ील का सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार आम तौर पर राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने ब्राज़ील और अन्य देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में विशेष योगदान दिया हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सम्मान प्रदान करके ब्राज़ील ने भारत-ब्राज़ील रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में उनके प्रयासों की सराहना की है। साथ ही, उन्होंने BRICS, G20 और संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग को बढ़ावा देने में जो भूमिका निभाई है, उसे भी इस सम्मान के माध्यम से वैश्विक स्तर पर स्वीकार किया गया है।
यह सम्मान भारत और ब्राज़ील, दो लोकतांत्रिक देशों, के बीच गहराते संबंधों का प्रतीक है। दोनों देशों के बीच साझा मूल्य हैं—जैसे संप्रभुता का सम्मान, सतत विकास, और बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था को बढ़ावा देना। बीते वर्षों में भारत और ब्राज़ील ने कई क्षेत्रों में मिलकर कार्य किया है, जैसे:
व्यापार और निवेश
नवीकरणीय ऊर्जा
कृषि तकनीक
अंतरिक्ष अनुसंधान
वैश्विक शासन और सहयोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं, खासकर बहुपक्षीय मंचों और क्षेत्रीय संवादों के ज़रिए। यह सम्मान इस साझेदारी की बढ़ती शक्ति और गहराई का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतीक बन गया है।
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मई 2014 में कार्यभार संभालने के बाद किसी विदेशी राष्ट्र द्वारा प्रदान किया गया 26वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। ये सम्मान भारत की कूटनीतिक शक्ति, बढ़ती आर्थिक ताकत, और वैश्विक नेतृत्व में उस पर हो रहे विश्वास को दर्शाते हैं।
ब्राज़ील द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित करना न केवल उनकी वैश्विक भूमिका की सराहना है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब वैश्विक दक्षिण (Global South) में नीतियों के निर्माण में एक अहम भागीदार बन चुका है।
इस सम्मान की घोषणा के बाद पूरे भारत में खुशी की लहर दौड़ गई। देशभर के नेताओं ने इसे गर्व का क्षण बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी है। कई नेताओं ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मोदी की कूटनीतिक सफलता का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भारत की वैश्विक साख और अंतरराष्ट्रीय मामलों में बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाता है।
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