भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने पुर्तगाल के लिस्बन का दौरा किया, जहाँ उन्हें लिस्बन के मेयर द्वारा ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया। इस यात्रा ने भारत और पुर्तगाल के बीच गहरी होती साझेदारी को उजागर किया, खासकर तब जब दोनों देश राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की 7 अप्रैल, 2025 को पुर्तगाल की यात्रा भारत और पुर्तगाल के बीच कूटनीतिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, खासकर तब जब दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। इस यात्रा में सांस्कृतिक संबंधों, तकनीकी सहयोग और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्थाओं के रूप में आपसी आकांक्षाओं पर जोर दिया गया। लिस्बन के मेयर से प्रतिष्ठित ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ प्राप्त करने के साथ-साथ पुर्तगाली राष्ट्रपति महामहिम मार्सेलो रेबेलो डी सूसा द्वारा आयोजित राजकीय भोज में उनकी भागीदारी ने द्विपक्षीय संबंधों की गर्मजोशी और रणनीतिक महत्व को दर्शाया।
राष्ट्रपति मुर्मू की लिस्बन यात्रा की मुख्य झलकियाँ
शहर की सम्मान की कुंजी
- राष्ट्रपति मुर्मू ने सिटी हॉल में लिस्बन के मेयर से ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ प्राप्त किया।
उन्होंने इसके लिए लिस्बन का आभार व्यक्त किया और उसकी प्रशंसा की।
- ग्रहणशीलता
- सांस्कृतिक विविधता
- सहनशीलता
- नवाचार और डिजिटल परिवर्तन के प्रति प्रगतिशील दृष्टिकोण
तकनीकी सहयोग के अवसर
लिस्बन को एक केंद्र के रूप में मान्यता दी गई थी,
- तकनीकी नवाचार
- डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना
- डिजिटल संक्रमण
- राष्ट्रपति मुर्मू ने इन क्षेत्रों को भारत-पुर्तगाल सहयोग के लिए आगे के क्षेत्र के रूप में रेखांकित किया।
पैलेसियो दा अजुडा में बैंक्वेट
- पुर्तगाली राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा द्वारा आयोजित एक आधिकारिक बैंक्वेट में भाग लिया।
मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को दोहराया गया, जिनमें शामिल हैं,
- साझा वास्तुशिल्प प्रभाव
- ऐतिहासिक स्थल
- भाषाई निशान
- पाककला परंपराएं
द्विपक्षीय संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न
- वर्ष 2025 में भारत और पुर्तगाल के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ होगी।
- राष्ट्रपति ने ऐतिहासिक संबंधों को गतिशील और दूरदर्शी साझेदारी में बदलने पर जोर दिया।
सहयोग के विस्तार के क्षेत्र,
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- रक्षा सहयोग
- सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी)
- स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र
- अनुसंधान और शिक्षा
- सांस्कृतिक विनियमन
ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में भारत का दृष्टिकोण
पर फोकस,
- नवाचार
- डिजिटल बुनियादी ढांचा
- स्टार्ट-अप विकास
- समावेशी और टिकाऊ विकास मॉडल
- इस दृष्टिकोण को साकार करने में पुर्तगाल को एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखा गया।
यूरोपीय संघ-भारत संबंध: पुर्तगाल की भूमिका
- भारत-यूरोपीय संघ संबंधों को मजबूत करने में पुर्तगाल की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया गया:
- 2000: पुर्तगाल की यूरोपीय संघ अध्यक्षता में पहला भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन।
- 2021: पुर्तगाल में “भारत-यूरोपीय संघ प्लस 27” नेतृत्व शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया।
भविष्य का दृष्टिकोण
राष्ट्रपति मुर्मू ने आशा व्यक्त की कि,
- द्विपक्षीय संबंध और अधिक व्यापक होंगे।
- इस साझेदारी से दोनों देशों को लाभ होगा तथा वैश्विक स्तर पर योगदान मिलेगा।
सारांश/स्थैतिक | विवरण |
चर्चा में क्यों? | राष्ट्रपति मुर्मू को सिटी की ऑफ ऑनर प्राप्त हुआ |
आयोजन | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की पुर्तगाल (लिस्बन) की राजकीय यात्रा |
पुरस्कार | लिस्बन के मेयर से सिटी की ऑफ ऑनर प्राप्त किया |
भोज मेजबान | पुर्तगाली राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा |
अवसर | भारत-पुर्तगाल द्विपक्षीय संबंधों के 50 वर्ष |
प्रमुख सहयोग क्षेत्र | टेक, डिजिटल इन्फ्रा, स्टार्ट-अप, विज्ञान, शिक्षा, रक्षा, संस्कृति |