अनिवासी भारतीय दिवस (Non-Resident Indian Day) या प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bhartiya Divas) के रूप में भी जाना जाता है जो हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य भारत सरकार के साथ प्रवासी भारतीय समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करना और उन्हें अपनी जड़ों से फिर से जोड़ना है। 2022 प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) के अवसर पर, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (V. Muraleedharan) नवाचार और नई तकनीक में “भारतीय प्रवासी की भूमिका” पर एक आभासी युवा पीबीडी सम्मेलन में बोलेंगे।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू नवम्बर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
इतिहास और महत्व:
9 जनवरी 1915 को, महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत आए और सबसे महान प्रवासी बन गए जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और भारत को ब्रिटिश या औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराया। एक अनिवासी भारतीय या प्रवासी के रूप में, उन्हें एक बदलाव और विकास के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है जो भारत में ला सकता है।
भारत सरकार के अनुसार, दुनिया भर में व्यापार और विकास रणनीतियों के मामले में एनआरआई का वैश्विक इक्स्पोश़र है। यदि उन्हें कुछ अवसर प्रदान किया जाता है, तो वे अपनी मातृभूमि यानि भारत पर अपने विचारों और अनुभवों का संचार करके विकास प्रक्रिया में योगदान देंगे।
प्रवासी भारतीय दिवस के कुछ प्रमुख तथ्य:
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र…
भारत और नीदरलैंड्स ने अपने आर्थिक साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक…
जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने RESPOND Basket 2025 जारी किया है, जिसके तहत देशभर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…
जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…