प्रवासी भारतीय दिवस, जिसे अनिवासी भारतीय (NRI) दिवस भी कहा जाता है, हर साल 9 जनवरी को भारत में भारतीय प्रवासी समुदाय के सम्मान और उनके साथ जुड़ने के लिए मनाया जाता है। यह महत्वपूर्ण अवसर भारत और उसके प्रवासी नागरिकों के बीच संबंधों को मजबूत करने और राष्ट्र के विकास के लिए उनकी विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाने का लक्ष्य रखता है।
18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8 से 10 जनवरी 2025 के बीच भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित किया गया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य प्रवासी समुदाय, विशेषकर युवाओं के साथ गहरा जुड़ाव स्थापित करना और भारत के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए अवसर तलाशना था।
इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस की थीम थी “विकसित भारत के लिए प्रवासियों का योगदान”। यह थीम भारतीय प्रवासियों के भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करती है।
प्रवासी भारतीय दिवस भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन भारतीय प्रवासियों के योगदान को स्वीकार करने और भारत के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा मनाया जाता है।
| श्रेणी | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8-10 जनवरी 2025 के बीच भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित किया गया। |
| तिथि | 9 जनवरी (वार्षिक आयोजन) |
| थीम (2025) | “विकसित भारत के लिए प्रवासियों का योगदान” |
| इतिहास | – पहली बार 2003 में मनाया गया। |
| – उद्देश्य: भारतीय प्रवासी समुदाय को भारत के विकास में भागीदार बनाना। | |
| – महत्व: भारत और भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना। | |
| मुख्य आयोजन और चर्चा | – युवा प्रवासी भारतीय दिवस: युवा नेतृत्व और नवाचार पर केंद्रित। |
| – प्लेनरी सत्र: विषयों में शामिल थे प्रवासी युवा नेतृत्व, प्रवासी कौशल, सतत विकास, और महिला नेतृत्व (“नारी शक्ति”)। | |
| – प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार: प्रवासी समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों को प्रदान किए गए। | |
| – संवादात्मक सत्र: नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने में सहायक। | |
| महत्व | – आर्थिक विकास: रेमिटेंस, निवेश, और विशेषज्ञता के माध्यम से योगदान। |
| – सांस्कृतिक आदान-प्रदान: वैश्विक स्तर पर भारत की धरोहर को बढ़ावा देना। | |
| – सॉफ्ट पावर में वृद्धि: प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना। | |
| – संबंध मजबूत करना: भारत और प्रवासी समुदाय के बीच साझा पहचान को बढ़ावा देना। |
भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…