प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जुलाई से 15 जुलाई 2023 तक फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आधिकारिक यात्रा के प्रथम चरण में फ्रांस पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी की यह छठी फ्रांस यात्रा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विकासशील देशों और पश्चिमी जगत के बीच सेतु बताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सभी देशों की संप्रभुता, अंतर्राष्ट्रीय कानून और नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का सम्मान करता है। यह यात्रा प्रधानमंत्री की अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों को बढ़ावा देने और संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासी समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान, सांस्कृतिक परियोजनाओं, प्रदर्शनियों और बौद्धिक संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत भारत-संयुक्त अरब अमीरात सांस्कृतिक परिषद की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। 01 सितंबर 2022 को 14वीं भारत-यूएई संयुक्त आयोग बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सांस्कृतिक परिषद की स्थापना के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इसके अतिरिक्त, अबू धाबी में पहले पारंपरिक हिंदू मंदिर का निर्माण किया जा रहा है और इसके अगले वर्ष तक पूरा होने की उम्मीद है। पिछले वर्ष, सहिष्णुता मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान की उपस्थिति में दुबई में एक हिंदू मंदिर का भव्य शुभारंभ किया गया। संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासी समुदाय देश में 30 प्रतिशत आबादी के साथ विशिष्ट स्थान रखता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 13-14 जुलाई 2023 तक पेरिस की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री 14 जुलाई 2023 को बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि हैं, इस परेड में तीनों सेनाओं के भारतीय सशस्त्र बलों का एक दस्ता भी भाग ले रहा है। अपनी इस यात्रा में फ्रांस के प्रधानमंत्री के साथ-साथ फ्रांस की सीनेट और नेशनल असेंबली के अध्यक्षों से भी मुलाकात करेंगे।
इस वर्ष भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ भी है और प्रधानमंत्री की यह यात्रा रणनीतिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, शैक्षणिक और आर्थिक सहयोग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य के लिए साझेदारी की रूपरेखा तैयार करने का अवसर प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री 15 जुलाई को अबू धाबी का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ वार्ता होगी। भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है और प्रधानमंत्री की यह यात्रा ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य सुरक्षा, फिनटेक, रक्षा और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में इसे आगे बढ़ाने साधनों की पहचान करने का अवसर प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री की यूएई यात्रा वैश्विक मुद्दों पर सहयोग स्थापित करने पर चर्चा करने का भी अवसर प्रदान करेगी।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश और बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति हरजीत सिंह…
अर्मेनिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 104वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होकर…
काल भैरव जयंती भगवान शिव के उग्र और रक्षक स्वरूप काल भैरव को समर्पित एक…
असम सरकार ने करीमगंज जिले का आधिकारिक नाम बदलकर श्रीभूमि जिला और करीमगंज नगर का…
भारत 25 से 30 नवंबर, 2024 के बीच नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA)…
बीमा उत्पादों के गलत और जबरन विक्रय (mis-selling and force-selling) के बढ़ते मामलों को देखते…