पीएम मोदी ने तीसरी बार ली प्रधानमंत्री पद की शपथ

नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद यह रिकॉर्ड बनाने वाले वह देश के दूसरे राजनेता बन गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके बाद राजनाथ सिंह से लेकर जयशंकर तक कई पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली।

एनडीए सरकार में मोदी के अलावा 30 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री की, 5 नेताओं ने राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) और 36 नेताओं ने राज्य मंत्री की शपथ ली है. बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी 2014 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री चुने गए थे. इससे पहले लगातार तीन कार्यकाल तक वो गुजरात के मुख्यमंत्री रहे थे. 2019 में नरेंद्र मोदी दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने. अब 2024 में नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है.

लगातार तीसरी बार ली शपथ

1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार सत्ता में आई है। इसी के साथ नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं की सूची में शामिल हो चुके हैं। PM मोदी से पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1952, 1957 और 1962 में लगातार तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।

PM समेत 7 सांसद पूर्व CM

मोदी समेत 7 सांसद राजनाथ सिंह, जीतन राम मांझी, एचडी कुमारस्वामी, मनोहर लाल खट्टर, सर्बानंद सोनोवाल, शिवराज सिंह चौहान पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ये सभी अब मंत्री हैं। 32 सांसद पहली बार मंत्री बने हैं। इनमें बिहार से 5, उत्तर प्रदेश से 4, मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-कर्नाटक से 3-3, कर्नाटक-गुजरात-केरल से 2-2 और पंजाब, हरियाणा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान, दिल्ली, असम, तेलंगाना से 1-1 सांसद शामिल हैं।

7 देशों के नेता, 8 हजार मेहमान आए

मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में 7 देशों के नेता शामिल हुए। इनमें मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ हैं। वहीं राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम में 8 हजार लोग शामिल हुए। राजनीतिक, फिल्म जगत की हस्तियां और संत समाज मौजूद था।

 

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

2 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

2 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

3 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

6 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

7 hours ago