भारत के स्वतंत्रता उपरांत एकीकरण के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार ने उनके योगदान को नमन करते हुए कई प्रतीकात्मक और विकासात्मक पहल की हैं। गुजरात के केवड़िया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अक्टूबर 2025 को ₹150 मूल्यवर्ग का स्मारक सिक्का, विशेष डाक टिकट, और ₹1,219 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
क्या हुआ शुभारंभ?
स्मारक सिक्का और डाक टिकट
150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री ने —
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सरदार पटेल के सम्मान में ₹150 मूल्यवर्ग का विशेष सिक्का जारी किया।
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एक स्मारक डाक टिकट का भी विमोचन किया।
ये दोनों वस्तुएँ भारत के ‘लौह पुरुष’ को श्रद्धांजलि स्वरूप लंबे समय तक उनकी स्मृति को जीवित रखने का प्रतीक हैं।
गुजरात में विकास परियोजनाएँ
उसी समारोह में प्रधानमंत्री ने ₹1,219 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
मुख्य परियोजनाएँ शामिल हैं —
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सतत परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े की शुरुआत।
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पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र के लिए आधारभूत ढाँचे का विकास, जिसमें एक हॉस्पिटैलिटी ज़िला और बोनसाई गार्डन का निर्माण।
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सरदार पटेल के राष्ट्रनिर्माण में योगदान को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम और श्रद्धांजलि समारोह।
प्रतीकात्मकता और विरासत
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सरदार वल्लभभाई पटेल, जिन्हें ‘भारत के लौह पुरुष’ कहा जाता है, ने स्वतंत्रता के बाद 500 से अधिक रियासतों का भारतीय संघ में विलय कर राष्ट्रीय एकता की नींव रखी।
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उनकी 150वीं जयंती मनाना उनके दूरदर्शी विचार “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की पुनः पुष्टि करने का अवसर है।
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सरकार द्वारा जारी सिक्का और डाक टिकट इस बात का संकेत हैं कि पटेल का योगदान केवल ऐतिहासिक नहीं, बल्कि आज भी राष्ट्रीय एकता और अखंडता के मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में प्रासंगिक है।


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