प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का उद्घाटन किया, जिसमें 18 नई औद्योगिक नीतियों की घोषणा की गई। इस समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश को औद्योगिक और निवेश हब में बदलना है। इसमें प्रमुख उद्योगपतियों और वैश्विक निवेशकों की भागीदारी देखी गई, जिसमें वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला, विशेष रूप से एयरोस्पेस सेक्टर में भारत की भूमिका को प्रमुखता दी गई। पीएम मोदी ने भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को रेखांकित किया और विश्व बैंक, OECD और UN जैसी वैश्विक संस्थाओं के सकारात्मक दृष्टिकोण का हवाला दिया।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025: मुख्य बिंदु
1. प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन और प्रमुख घोषणाएँ
- भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिए एक प्रमुख केंद्र बन रहा है, खासकर एयरोस्पेस उद्योग में।
- मध्य प्रदेश को जल्द ही प्रमुख निवेश गंतव्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
- विश्व बैंक, OECD और UN जैसी संस्थाओं द्वारा भारत की आर्थिक प्रगति को मान्यता मिलने की बात कही।
- सौर ऊर्जा, विनिर्माण और डिजिटल परिवर्तन में भारत की उपलब्धियों को उजागर किया।
2. प्रमुख उद्योगपतियों की भागीदारी
इस समिट में भारत के शीर्ष उद्योगपतियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:
- कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप)
- गौतम अडानी (अडानी ग्रुप)
- नादिर गोदरेज (गोदरेज इंडस्ट्रीज)
- पीरूज खंबट्टा (रासना प्राइवेट लिमिटेड)
- बाबा एन कल्याणी (भारत फोर्ज)
- राहुल अवस्थी (सन फार्मास्युटिकल्स)
- नीरज अखौरी (ACC लिमिटेड)
3. मध्य प्रदेश की आर्थिक वृद्धि में भूमिका
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विकसित भारत 2047 के तहत राज्य के योगदान पर जोर दिया।
- 50+ देशों के 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि इस समिट में शामिल हुए।
- 25,000 से अधिक पंजीकरण निवेशकों और उद्यमियों से प्राप्त हुए।
- मध्य प्रदेश वैश्विक और घरेलू निवेश के लिए एक उभरता हुआ औद्योगिक केंद्र बन रहा है।
4. अडानी का पीएम मोदी की नीतियों पर समर्थन
- गौतम अडानी ने कहा कि भारत अब वैश्विक रुझानों का अनुसरण करने के बजाय उन्हें परिभाषित कर रहा है।
- मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने आर्थिक वृद्धि को गति दी है।
5. प्रमुख निवेश क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित
इस समिट में इन प्रमुख क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को उजागर किया गया:
- कृषि और खाद्य प्रसंस्करण
- कपड़ा एवं वस्त्र उद्योग
- खनन
- सूचना प्रौद्योगिकी और अक्षय ऊर्जा
- शहरी विकास और पर्यटन
- सेमीकंडक्टर, ड्रोन और फिल्म निर्माण
6. औद्योगिक नीतियाँ और भविष्य की रूपरेखा
- 18 नई औद्योगिक नीतियाँ लॉन्च की गईं, जिनमें MSME, निर्यात, स्टार्टअप्स और वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) शामिल हैं।
- “मध्य प्रदेश – अनंत संभावनाएँ” शीर्षक वाली एक विशेष वीडियो प्रस्तुति जारी की गई।
- गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी 2025 को समिट के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
7. भविष्य की रणनीति और दृष्टिकोण
- मुख्य सचिव अनुराग जैन मध्य प्रदेश की औद्योगिक विकास योजना प्रस्तुत करेंगे।
- मुख्यमंत्री मोहन यादव उद्योगपतियों के साथ व्यक्तिगत बैठकें करेंगे।
- यह आयोजन मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखता है।
सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | पीएम मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया |
स्थान | भोपाल, मध्य प्रदेश |
उद्घाटनकर्ता | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
मुख्य घोषणाएँ | 18 नई औद्योगिक नीतियाँ लॉन्च की गईं |
मुख्य थीम | भारत को शीर्ष एयरोस्पेस आपूर्ति श्रृंखला हब के रूप में स्थापित करना |
प्रमुख उपस्थित उद्योगपति | कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अडानी, नादिर गोदरेज, बाबा एन कल्याणी आदि |
निवेश क्षेत्र | सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, विनिर्माण, पर्यटन, MSME, स्टार्टअप, कृषि |
वैश्विक भागीदारी | 50+ देशों से 100+ विदेशी प्रतिनिधियों की भागीदारी |
प्रमुख समर्थन | विश्व बैंक, OECD, UN ने भारत की आर्थिक संभावनाओं को सराहा |