प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान ‘की टू द सिटी’ (शहर की चाबी) सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान भारत और अर्जेंटीना के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए दिया गया। यह सम्मान विश्व के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ही दिया जाता है जो किसी शहर के साथ विशेष संबंध बनाते हैं या उस शहर में सांस्कृतिक, राजनीतिक या आर्थिक जुड़ाव बढ़ाते हैं। यह यात्रा ऐतिहासिक रही, क्योंकि 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली अर्जेंटीना यात्रा थी।
ब्यूनस आयर्स शहर सरकार के प्रमुख जॉर्ज मैकरी ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया। यह सम्मान परंपरागत रूप से किसी सम्मानित अतिथि को मैत्री और विश्वास का प्रतीक मानते हुए दिया जाता है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि यह सम्मान पीएम मोदी की भारत-अर्जेंटीना संबंधों को नई ऊंचाई तक ले जाने की भूमिका को दर्शाता है। पीएम मोदी ने इस गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर तस्वीरें और संदेश साझा किए।
अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने महात्मा गांधी और रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गांधीजी का शांति और अहिंसा का संदेश आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है। उन्होंने जनरल जोस दे सैन मार्टिन को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्हें अर्जेंटीना का राष्ट्रीय नायक माना जाता है। पीएम मोदी ने उनके दक्षिण अमेरिका की स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व की सराहना की। इस यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य सांस्कृतिक सम्मान और साझा मूल्यों को उजागर करना था।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेवियर मिलेई से मुलाकात की और उच्च स्तरीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने भारत-अर्जेंटीना के 75 वर्ष के राजनयिक संबंधों का जश्न मनाया और रक्षा, ऊर्जा, कृषि, खनन और व्यापार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
अर्जेंटीना ने भारत को लिथियम और शेल गैस आपूर्ति करने पर सहमति दी, जो भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए अहम है।
पीएम मोदी ने भारतीय दवाओं के आयात में सुविधा की भी मांग की।
खेल और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मिलेई को भारत आने का आमंत्रण भी दिया।
ब्यूनस आयर्स में पीएम मोदी का प्रवासी भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया। लोग उनके होटल के बाहर भारतीय झंडे लहराते, गीत गाते और नृत्य करते नजर आए। पीएम मोदी ने उनसे आत्मीयता से बातचीत की और कहा,
“दूरी कभी भी सांस्कृतिक रिश्तों को तोड़ नहीं सकती।”
उन्होंने प्रवासी भारतीयों के स्नेह को सराहा और कहा कि उनकी उपस्थिति ने इस यात्रा को और भी खास बना दिया।
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