रिपोर्टों के अनुसार, उमा रमणन एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका थीं और 35 वर्षों की अवधि में 6,000 से अधिक संगीत कार्यक्रमों में दिखाई दीं। उनकी सफलता फिल्म “निझालग” के गीत “पूंगथवे थलथिरवाई” के साथ आई, जिसने उन्हें प्रसिद्धि के लिए प्रेरित किया।
रमणन की आवाज ने महान संगीत निर्देशक इलैयाराजा द्वारा रचित कई हिट गीतों की शोभा बढ़ाई। उनके साथ उनकी कुछ प्रशंसित रचनाओं में “थूरल निन्नू पोच्चू” से “भूपलम इसाइकुम”, “पन्नेर पुष्पंगल” से “आनंदा रागम”, “थेंद्रले एन्नई थोडू” से “कनमनी नी वारा”, “ओरु कैधियिन डेयरी” से “पोन्न माने”, “अरंगेत्रा वेलाई” से “आगया वेनिलावे” और “महानदी” से “श्री रंगा रंगनाथनिन” शामिल हैं।
रमणन का आखिरी रिकॉर्ड किया गया गीत विजय-स्टारर “थिरुपाची” के लिए “कन्नुम कन्नुमथान कलांदाचु” था, जिसने तमिल फिल्म उद्योग में उनकी विरासत को और मजबूत किया।
उमा रामानन का आखिरी गाना विजय की 'थिरुपाची' के लिए 'कन्नुम कन्नुम्थान कलंदाचू' था।
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