रिपोर्टों के अनुसार, उमा रमणन एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका थीं और 35 वर्षों की अवधि में 6,000 से अधिक संगीत कार्यक्रमों में दिखाई दीं। उनकी सफलता फिल्म “निझालग” के गीत “पूंगथवे थलथिरवाई” के साथ आई, जिसने उन्हें प्रसिद्धि के लिए प्रेरित किया।
रमणन की आवाज ने महान संगीत निर्देशक इलैयाराजा द्वारा रचित कई हिट गीतों की शोभा बढ़ाई। उनके साथ उनकी कुछ प्रशंसित रचनाओं में “थूरल निन्नू पोच्चू” से “भूपलम इसाइकुम”, “पन्नेर पुष्पंगल” से “आनंदा रागम”, “थेंद्रले एन्नई थोडू” से “कनमनी नी वारा”, “ओरु कैधियिन डेयरी” से “पोन्न माने”, “अरंगेत्रा वेलाई” से “आगया वेनिलावे” और “महानदी” से “श्री रंगा रंगनाथनिन” शामिल हैं।
रमणन का आखिरी रिकॉर्ड किया गया गीत विजय-स्टारर “थिरुपाची” के लिए “कन्नुम कन्नुमथान कलांदाचु” था, जिसने तमिल फिल्म उद्योग में उनकी विरासत को और मजबूत किया।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
उत्तर प्रदेश अपने रक्षा निर्माण सफर में 11 मई 2025 को एक ऐतिहासिक मील का…
भारत ने वन संरक्षण और सतत वन प्रबंधन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है,…
मई 2025 में भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 9 मई 2025 को विश्व बैंक के अध्यक्ष…
जन सुरक्षा अभियान के अंतर्गत तीन प्रमुख सामाजिक सुरक्षा योजनाएं — प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा…
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग नियमों के उल्लंघन के चलते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया…