पिंक ई-रिक्शा पहल: ग्रीन मोबिलिटी के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना

महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “पिंक ई-रिक्शा पहल” की शुरुआत की है। इस योजना की घोषणा उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने की थी। पुणे में एक सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद अब यह योजना पूरे राज्य में विस्तार पा रही है। इस पहल के तहत खासकर कमजोर वर्ग की महिलाओं को इलेक्ट्रिक रिक्शा उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उन्हें एक टिकाऊ आजीविका का साधन मिलेगा। यह परियोजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि प्रशिक्षण और आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास को भी शामिल करती है, जिससे यह महिलाओं के सशक्तिकरण का एक समग्र मॉडल बन जाती है।

मुख्य विशेषताएँ – पिंक ई-रिक्शा पहल 

योजना का विवरण

  • नाम: पिंक ई-रिक्शा पहल

  • स्थान: महाराष्ट्र (पायलट परियोजना पुणे में, अब 8 जिलों में विस्तार)

  • शुभारंभकर्ता: उपमुख्यमंत्री अजीत पवार

  • लक्षित लाभार्थी: 20 से 50 वर्ष की महिलाएं, विशेष रूप से विधवा, तलाकशुदा, और निम्न-आय वर्ग की महिलाएं

  • कवरेज: 10,000 इलेक्ट्रिक रिक्शा वितरित किए जाएंगे

वित्तीय सहायता और सब्सिडी

  • केंद्र सरकार की सब्सिडी: ₹25,000 प्रति ई-रिक्शा

  • राज्य सरकार की सब्सिडी: ₹75,000 प्रति ई-रिक्शा

लाभार्थी अंशदान

  • डाउन पेमेंट: 10%

  • बैंक ऋण: 70% तक का ऋण कम ब्याज दरों पर उपलब्ध

  • उद्देश्य: महिलाओं के लिए लागत को कम करना और ई-रिक्शा को किफायती बनाना

प्रशिक्षण और संचालन सहायता

  • प्रशिक्षण भागीदार: काइनेटिक ग्रीन

  • नि:शुल्क सेवाएं:

    • ड्राइविंग प्रशिक्षण

    • ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने में सहायता

रखरखाव

  • 5 वर्ष की वाहन वारंटी

  • वार्षिक मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (AMC) शामिल

इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास

  • चार्जिंग स्टेशन की योजना:

    • सभी जिलों में कुल 1,500

    • केवल पुणे में 1,000+ चार्जिंग स्टेशन

भविष्य की एकीकरण योजना

  • ओला और उबर जैसे राइड-शेयरिंग ऐप्स के साथ साझेदारी की प्रक्रिया में

  • लक्ष्य: शहरी गतिशीलता नेटवर्क में पिंक ई-रिक्शा का सहज एकीकरण

महिला सशक्तिकरण और सामाजिक प्रभाव

  • लक्ष्य: महिलाओं में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास को बढ़ावा देना

  • आजीविका सहायता: नियमित आय का स्रोत प्रदान करना और स्वतंत्रता को सशक्त करना

  • प्रभाव: लाभार्थियों ने गरिमा, सुरक्षा और सामाजिक सम्मान में वृद्धि की सूचना दी है

सुरक्षा और वाहन विनिर्देश

  • यात्री क्षमता: 4 लोग

  • यात्रा सीमा: प्रति चार्ज 120 किमी

  • सुरक्षा विशेषताएँ:

    • GPS से युक्त

    • बेहतर सस्पेंशन और अधिक ग्राउंड क्लीयरेंस

    • शहरी और कठिन परिस्थितियों के लिए अनुकूल डिज़ाइन

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

हार्परकॉलिन्स इंडिया सलमान खान पर मोहर बसु की किताब पब्लिश करेगा

हार्परकॉलीन्स पब्लिशर्स इंडिया ने प्रसिद्ध अभिनेता सलमान खान पर आधारित एक नई पुस्तक “Salman Khan:…

4 hours ago

संसद ने सबका बीमा सबकी रक्षा बीमा संशोधन विधेयक को मंजूरी दी

बीमा संशोधन विधेयक, 2025, जिसे आधिकारिक रूप से “सबका बीमा, सबकी रक्षा (बीमा क़ानून संशोधन)…

5 hours ago

जेम्स वेब ने खोजा नींबू जैसा अनोखा ग्रह

खगोलविदों ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की मदद से अब तक देखे गए सबसे…

6 hours ago

IIFL फाइनेंस ने RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर बी पी कानूनगो को चेयरमैन नियुक्त किया

भारत के वित्तीय क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व विकास के तहत IIFL फाइनेंस ने बी…

6 hours ago

भारत ने म्यांमार के साथ संबंध मजबूत करने के लिए तीन क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट्स दिए

भारत ने म्यांमार के साथ अपनी विकास साझेदारी को और मजबूत करते हुए मंडाले क्षेत्र…

6 hours ago

स्मृति मंधाना 4000 रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए…

7 hours ago