Google और Apple को चुनौती देने के लिए PhonePe ने लॉन्च किया इंडस ऐपस्टोर

PhonePe ने एक देशी एंड्रॉइड मार्केटप्लेस इंडस ऐपस्टोर लॉन्च किया, जो भारतीय ब्रांडों के 2 लाख से अधिक ऐप्स पेश करता है। डेवलपर्स को मार्च 2025 तक कोई लिस्टिंग शुल्क नहीं मिलेगा।

PhonePe ने Google Play Store और Apple App Store को टक्कर देने के उद्देश्य से भारत में निर्मित एंड्रॉइड ऐप मार्केटप्लेस इंडस ऐपस्टोर लॉन्च किया है। यह प्लेटफ़ॉर्म 45 श्रेणियों में 2 लाख से अधिक ऐप्स होस्ट करता है, जो उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के एप्लिकेशन प्रदान करता है।

मुख्य विशेषताएं और पेशकश

  • विविध ऐप पोर्टफोलियो: इंडस ऐपस्टोर में ज़ोमैटो, मिंत्रा, डोमिनोज़, फ्लिपकार्ट, ड्रीम 11, स्विगी और अन्य जैसे भारतीय ब्रांडों के ऐप्स की एक विस्तृत श्रृंखला है।
  • बहुभाषी समर्थन: बाज़ार अंग्रेजी और 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जो व्यापक उपयोगकर्ता आधार के लिए समावेशिता और सेवा सुनिश्चित करता है।
  • डेवलपर प्रोत्साहन: मार्च 2025 तक, डेवलपर्स को ऐप लिस्टिंग शुल्क से छूट दी गई है, जिससे ऐप विकास और नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।

डेवलपर सशक्तिकरण

  • तृतीय-पक्ष भुगतान गेटवे एकीकरण: इंडस ऐपस्टोर पर ऐप और गेम डेवलपर्स को Google और Apple की एकाधिकारवादी प्रथाओं को चुनौती देते हुए, इन-ऐप बिलिंग के लिए किसी भी तृतीय-पक्ष भुगतान गेटवे का उपयोग करने की स्वतंत्रता है।
  • शून्य कमीशन: प्लेटफ़ॉर्म बाहरी भुगतान गेटवे का उपयोग करने के लिए डेवलपर्स पर कोई कमीशन नहीं लगाता है, जो मुख्यधारा के ऐप मार्केटप्लेस की तुलना में अधिक लागत प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
  • भविष्य के मुद्रीकरण विकल्प: इंडस ऐपस्टोर लचीलेपन को बनाए रखते हुए मुद्रीकरण के अवसरों को बढ़ाने, डेवलपर्स के लिए वैकल्पिक इन-ऐप बिलिंग और कैटलॉग समाधान पेश करने की योजना बना रहा है।

रणनीतिक दृष्टि और उद्योग प्रभाव

  • बाज़ार प्रतिस्पर्धा: Google और Apple को एक प्रतिस्पर्धी विकल्प प्रदान करके, PhonePe का लक्ष्य एक अधिक लोकतांत्रिक और जीवंत भारतीय डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है।
  • सरकारी समर्थन: लॉन्च कार्यक्रम में प्रमुख सरकारी हस्तियों और उद्योग जगत के नेताओं की उपस्थिति देखी गई, जिसने भारत के डिजिटल परिदृश्य के व्यापक संदर्भ में पहल के महत्व पर प्रकाश डाला।
  • बाज़ार क्षमता: भारत के वैश्विक ऐप अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभरने के साथ, इंडस ऐपस्टोर देश के बढ़ते ऐप उपयोग और बाज़ार क्षमता का लाभ उठाना चाहता है, जिसका लक्ष्य आने वाले वर्षों में पर्याप्त बाज़ार हिस्सेदारी हासिल करना है।

अधिग्रहण और विकास रणनीति

  • अधिग्रहण का इतिहास: PhonePe ने ऐप बाजार में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए एक रणनीतिक कदम का प्रदर्शन करते हुए मई 2022 में इंडस ऐपस्टोर की मूल कंपनी का अधिग्रहण किया।
  • टीम और नेतृत्व: नेतृत्व में परिवर्तन के दौर से गुजरते हुए, इंडस ऐपस्टोर के पीछे की मुख्य टीम संचालन में निरंतरता और स्थिरता सुनिश्चित करने के अपने दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है।
  • दीर्घकालिक प्रभाव: इंडस ऐपस्टोर का लॉन्च भारत की बढ़ती ऐप अर्थव्यवस्था में प्रवेश करने की व्यापक दृष्टि के साथ संरेखित है, जो संभावित रूप से 2030 तक देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देगा, जैसा कि उद्योग रिपोर्टों द्वारा अनुमान लगाया गया है।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
prachi

Recent Posts

न्यायमूर्ति डी. कृष्णकुमार ने मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला

20 नवंबर 2024 को, केंद्र सरकार ने कानून और न्याय मंत्रालय के माध्यम से एक…

8 hours ago

एचएमजेएस ने भूजल परमिट के लिए “भू-नीर” पोर्टल लॉन्च किया

सी.आर. पाटिल, माननीय जल शक्ति मंत्री ने इंडिया वॉटर वीक 2024 के समापन समारोह के…

8 hours ago

प्रधानमंत्री मोदी को गुयाना और डोमिनिका से सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुआ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके महत्वपूर्ण योगदान और भारत व कैरेबियाई…

9 hours ago

एसईसीआई ने हरित हाइड्रोजन पहल को बढ़ावा देने हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

19 नवंबर 2024 को भारत सरकार की सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI) और H2Global Stiftung…

9 hours ago

पीएम मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति को उपहार में दिया ‘सिलोफर पंचामृत कलश’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नाइजीरिया यात्रा के दौरान नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू को…

11 hours ago

वैश्विक जलवायु सूचकांक में भारत दो स्थान नीचे गिरा

भारत ने क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) 2025 में पिछले वर्ष की तुलना में दो…

12 hours ago