मणिपुर के इम्फाल पश्चिम जिले में फेयेंग गांव भारत का पहला कार्बन पॉजिटिव समझौता बन गया है. एक गाँव को कार्बन-पॉजिटिव टैग दिया जाता है यदि वह उत्सर्जित कार्बन से अधिक कार्बन को पृथक है, ग्रीनहाउस गैसों (GHG) के संचय को धीमा करता है और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करता है. फेयेंग गाँव, चाकपा समुदाय का अनुसूचित जाति गाँव है.
जलवायु परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय अनुकूलन कोष (NAFCC) एक केंद्रीय क्षेत्र योजना है जो जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने वाले ठोस अनुकूलन गतिविधियों का समर्थन करने के लिए 2015-16 में शुरू की गई थी. इसके तहत गतिविधियों को 100% वित्त पोषण प्रदान करता है जो परियोजना मोड में कार्यान्वित किए जाते हैं. इन परियोजनाओं के लिए नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) नोडल कार्यान्वयन एजेंसी है.
सोर्स- द इंडियन एक्सप्रेस