पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का अध्यक्ष बन गया है और वो इस पूरे महीने ही अध्यक्ष रहेगा। हालांकि उसे किसी वोटिंग के जरिए ये अध्यक्षता नहीं मिली, बल्कि रोटेशन नंबर आने से ये मौका मिला है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद पूरे महीने परिषद का नेतृत्व करेंगे। पाकिस्तान इसी साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया था। परिषद की अध्यक्षता इसके 15 सदस्य देशों के बीच बदलती रहती है। इस परिषद में 5 स्थायी सदस्य के अलावा 10 अस्थायी सदस्य होते हैं।
पाकिस्तान का कहना है:
पाकिस्तान ने कहा कि वह यह ज़िम्मेदारी “उद्देश्य की भावना, विनम्रता और विश्वास” के साथ निभाएगा। इसका मतलब है कि वह ईमानदारी से, निष्पक्षता के साथ और पूरी मेहनत से दुनिया में शांति और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा।
हर देश को मिलती है बारी
UNSC में 15 सदस्य होते हैं, और हर सदस्य देश को एक-एक महीने के लिए अध्यक्ष बनने का मौका मिलता है। जुलाई में यह मौका पाकिस्तान को मिला है।
दो साल की सदस्यता का हिस्सा
पाकिस्तान इस समय सुरक्षा परिषद का अस्थायी (non-permanent) सदस्य है, जिसे जनवरी 2025 में दो साल के कार्यकाल के लिए चुना गया था। चुनाव में पाकिस्तान को 193 में से 182 वोट मिले — जो दिखाता है कि ज्यादातर देशों ने उसका समर्थन किया। अब, जुलाई में अध्यक्ष बनने के साथ, पाकिस्तान परिषद की बैठकों का संचालन करेगा और यह तय करने में मदद करेगा कि किस मुद्दे पर ध्यान देना है।
सम्मान और शांति के साथ नेतृत्व
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश संयुक्त राष्ट्र चार्टर के नियमों का पालन करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थन करता है और बहुपक्षवाद (multilateralism) में विश्वास रखता है, यानी सभी देशों के साथ मिलकर काम करना। राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद, इस महीने परिषद की बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व खुला (transparent), समावेशी (inclusive), और उत्तरदायी (responsive) होगा।
तीन प्रमुख बैठकें
पाकिस्तान इस महीने तीन उच्च-स्तरीय बैठकों की मेज़बानी करेगा:
-
22 जुलाई – शांति और सुरक्षा को बहुपक्षवाद और शांतिपूर्ण तरीकों से बढ़ावा देने पर बैठक।
देशों के बीच बातचीत और सहयोग से समस्याओं को सुलझाने पर चर्चा होगी। -
23 जुलाई – फिलिस्तीन मुद्दे पर विशेष बैठक।
एक ऐसा क्षेत्र जहां वर्षों से शांति की मांग की जा रही है। -
24 जुलाई – संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) जैसे अन्य संगठनों के साथ सहयोग पर बैठक।
इन बैठकों की अध्यक्षता इशाक डार करेंगे, जो पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं।
शांति की पुरानी परंपरा
पाकिस्तान 1952 से कई बार UNSC का हिस्सा रहा है। इसने UN शांति मिशनों में भी भाग लिया है, अपने सैनिकों को अन्य देशों में शांति बनाए रखने के लिए भेजा है। पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि उनका देश संवाद (Dialogue) और कूटनीति (Diplomacy) में विश्वास करता है — यानी समस्याओं को लड़ाई से नहीं, बल्कि बातचीत से हल करना चाहिए।
एक नई उम्मीद
पाकिस्तान का यह नेतृत्व महत्वपूर्ण है। इससे यह संदेश जाता है कि दुनिया का विश्वास पाकिस्तान पर है। यह जिम्मेदारी उठाकर पाकिस्तान दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि वह शांति, सम्मान और सहयोग के साथ आगे बढ़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनकर पाकिस्तान का उद्देश्य है — पूरी दुनिया के लिए शांति और एकता को बढ़ावा देना।