यूएस ओपन 2024, विजेताओं की पूरी सूची

2024 यूएस ओपन, जो 19 अगस्त से 8 सितंबर तक फ्लशिंग मीडोज, क्वींस, न्यूयॉर्क शहर में आयोजित किया गया, पुरुष और महिला दोनों एकल श्रेणियों में शानदार जीत के साथ संपन्न हुआ। इटली के जैनिक सिनर और बेलारूस की आर्यना सबालेंका चैंपियन बनकर उभरे, दोनों ने अपना पहला अमेरिकी ओपन खिताब जीता और ग्रैंड स्लैम उपलब्धियों की अपनी बढ़ती सूची में एक और खिताब जोड़ा।

2024 यूएस ओपन की विजेताओं की सूची

Event  Winner (Nationalities) Runners-UP (Nationalities)
Men’s Single Jannik Sinner (Italy ) Taylor Fritz (USA)
Women’s Single  Aryna Sabalenka (Belarus) Jessica Pegula (USA)
Men’s Double Max Purcell and Jordan Thompson (Both Australian) Kevin Krawietz and Tim Puetz (Both from Germany)
Women’s Double Lyudmyla Kichenok (Ukraine)and Jelena Ostapenko (Latvia) Kristina Mladenovic (France) and Zhang Shuai (China)
Mixed Doubles Sara Errani and Andrea Vavassori (Both from Italy) Donald Young and Taylor Townsend (Both American)

पुरुष एकल: जैनिक सिनर की ऐतिहासिक जीत

इटली के लिए पहली बार

मौजूदा विश्व नंबर 1 जैनिक सिनर ने ओपन एरा में यूएस ओपन पुरुष एकल खिताब जीतने वाले पहले इतालवी व्यक्ति बनकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि इतालवी टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और खेल के शिखर पर सिनर की स्थिति को मजबूत करती है।

अंतिम मुकाबला

8 सितंबर, 2024 को प्रतिष्ठित आर्थर ऐश स्टेडियम में, सिनर ने अमेरिकी टेलर फ्रिट्ज़ को सीधे सेटों में 6-3, 6-4, 7-5 से हराकर अपना दबदबा दिखाया। इस जीत ने टेनिस के सबसे बड़े मंचों में से एक पर सिनर के कौशल, निरंतरता और मानसिक दृढ़ता को प्रदर्शित किया।

सिनर की ग्रैंड स्लैम यात्रा

  • यूएस ओपन में यह जीत सिनर के दूसरे ग्रैंड स्लैम खिताब का प्रतिनिधित्व करती है।
  • इस साल की शुरुआत में, उन्होंने 2024 ऑस्ट्रेलियन ओपन एकल खिताब जीता था।
  • 23 वर्षीय खिलाड़ी के प्रभावशाली 2024 सीज़न में फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल और विंबलडन के क्वार्टर फाइनल तक पहुँचना भी शामिल है।

 

महिला एकल: सबालेंका की अमेरिकी ओपन में सफलता

शीर्ष खिलाड़ियों की लड़ाई

विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी आर्यना सबालेंका ने एक करीबी मुकाबले में अमेरिकी जेसिका पेगुला को हराकर अपना पहला यूएस ओपन एकल खिताब हासिल किया। 7 सितंबर, 2024 को आर्थर ऐश स्टेडियम में खेला गया यह मैच 7-5, 7-5 के स्कोर के साथ समाप्त हुआ, जिसमें सबालेंका की दृढ़ता और कौशल का प्रदर्शन हुआ।

सबालेंका की ग्रैंड स्लैम सफलता

  • यूएस ओपन में यह जीत सबालेंका का तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है।
  • इससे पहले उन्होंने 2023 और 2024 में ऑस्ट्रेलियन ओपन महिला एकल खिताब जीता था।
  • फ्लशिंग मीडोज में जीत बेलारूसी खिलाड़ी की सफलता का एक उल्लेखनीय सिलसिला पूरा करती है।

अमेरिकी ओपन: एक ग्रैंड स्लैम परंपरा

टूर्नामेंट अवलोकन

  • यूएस ओपन को कैलेंडर वर्ष का चौथा और अंतिम ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होने का गौरव प्राप्त है।
  • इसका समृद्ध इतिहास 1881 से शुरू होता है, जो इसे दुनिया की सबसे पुरानी टेनिस चैंपियनशिप में से एक बनाता है।
  • 1978 से, यह टूर्नामेंट हार्ड कोर्ट पर खेला जाता रहा है, जो ग्रैंड स्लैम सर्किट में एक अनूठी चुनौती जोड़ता है।

स्थल एवं सुविधाएं

  • 1978 से सभी यूएस ओपन मैच फ्लशिंग मीडोज, क्वींस, न्यूयॉर्क में यूनाइटेड स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन बिली जीन किंग नेशनल टेनिस सेंटर में आयोजित किए गए हैं।
  • केंद्र का मुख्य कोर्ट, आर्थर ऐश स्टेडियम, दुनिया का सबसे बड़ा टेनिस-विशिष्ट स्टेडियम है, जो इस आयोजन की भव्यता को बढ़ाता है।

ऐतिहासिक संदर्भ

पुरुष एकल रिकॉर्ड (ओपन एरा)

ओपन युग में सर्वाधिक अमेरिकी ओपन पुरुष एकल खिताब जीतने का रिकॉर्ड तीन खिलाड़ियों के नाम है, जिनमें से प्रत्येक ने पांच जीत हासिल की हैं:

  • रोजर फेडरर (स्विट्जरलैंड)
  • पीट सम्प्रास (यूएसए)
  • जिमी कोनर्स (यूएसए)

महिला एकल रिकॉर्ड (ओपन एरा)

ओपन युग में सर्वाधिक अमेरिकी ओपन महिला एकल खिताब जीतने का रिकॉर्ड दो अमेरिकी खिलाड़ियों के नाम है, जिनमें से प्रत्येक ने छह जीत हासिल की हैं:

  • सेरेना विलियम्स
  • क्रिस एवर्ट

योगासन एशियाई खेल 2026 में प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल

भारत के प्राचीन खेल योगासन को जापान के आइची-नागोया में 2026 में होने वाले एशियाई खेलों में प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल किया गया है। एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने अपनी 44वीं आमसभा में एशियाई खेलों के कैलेंडर में योगासन को प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल करने का फैसला किया। ओसीए की आम सभा के इस सत्र में भारत के रणधीर सिंह को 2024 से 2028 तक चार साल की अवधि के लिए ओसीए अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया।

मुख्य बिंदु:

  • योगासन: शारीरिक मुद्राओं, श्वास तकनीक और ध्यान को मिलाकर एक प्राचीन भारतीय अभ्यास।
  • प्रदर्शन खेल: एक श्रेणी जो नए या क्षेत्रीय रूप से महत्वपूर्ण खेलों को भविष्य में पदक स्पर्धाओं के रूप में शामिल करने की अपनी क्षमता दिखाने की अनुमति देती है।
  • 2026 एशियाई खेल: जापान के ऐची-नागोया में आयोजित किए जाएँगे, जिसमें पारंपरिक और आधुनिक खेलों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होगी।

नेतृत्व परिवर्तन और भविष्य की संभावनाएँ

नए OCA अध्यक्ष चुने गए

योगासन की घोषणा के साथ ही, OCA महासभा में नेतृत्व में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिला। भारतीय खेल प्रशासन में एक प्रमुख व्यक्ति रणधीर सिंह को नए OCA अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया। उनका कार्यकाल 2024 से 2028 तक चार वर्षों का होगा, जिसके दौरान वे एशियाई खेलों में महत्वपूर्ण विकास की देखरेख करेंगे, जिसमें योगासन का एकीकरण भी शामिल है।

भारतीय खेल और सांस्कृतिक कूटनीति के लिए निहितार्थ

एशियाई खेलों में योगासन को एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल करना वैश्विक मंच पर अपनी पारंपरिक प्रथाओं को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतिनिधित्व करता है। इस विकास के कई महत्वपूर्ण निहितार्थ हैं:

  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान: एशियाई खेलों में योगासन की उपस्थिति लाखों दर्शकों को इस प्राचीन भारतीय अभ्यास से परिचित कराएगी।
  • प्रतिस्पर्धी विकास: प्रदर्शन कार्यक्रम प्रतिस्पर्धी अनुशासन के रूप में योगासन के मानकीकरण और परिशोधन को प्रोत्साहित करेगा।
  • स्वास्थ्य और कल्याण संवर्धन: इस तरह के प्रतिष्ठित आयोजन में योगासन का प्रदर्शन अधिक लोगों को इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए योग अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
  • सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी: योगासन को शामिल करने से एशियाई क्षेत्र में भारत के सांस्कृतिक प्रभाव को बल मिलता है।

आगे की ओर देखना: 2030 की राह

जबकि 2026 एशियाई खेलों में योगासन को एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया जाएगा, अंतिम लक्ष्य खेलों के भविष्य के संस्करणों में पदक प्रतियोगिता के रूप में इसे सुरक्षित करना है। ऐची-नागोया में योगासन का प्रदर्शन और स्वागत 2030 एशियाई खेलों के लिए इसकी स्थिति निर्धारित करने में महत्वपूर्ण होगा।

योग समुदाय के हितधारकों, खेल प्रशासकों और सरकारी अधिकारियों को सहयोगात्मक रूप से काम करने की आवश्यकता होगी:

  • मानकीकृत प्रतियोगिता प्रारूप विकसित करें
  • न्यायाधीशों और अधिकारियों को प्रशिक्षित करें
  • योगासन के प्रतिस्पर्धी पहलुओं को व्यापक दर्शकों तक बढ़ावा दें
  • योगासन के निरंतर समावेश के लिए समर्थन जुटाने के लिए OCA और अन्य अंतर्राष्ट्रीय खेल निकायों के साथ जुड़ें

एशियाई खेलों के मंच पर योगासन को शामिल किए जाने से न केवल भारतीय खेल कूटनीति की जीत का प्रतिनिधित्व होगा, बल्कि आधुनिक प्रतिस्पर्धी एथलेटिक्स में इस प्राचीन अभ्यास की भूमिका के लिए नई संभावनाएं भी खुलेंगी।

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024: गुणवत्ता रैंकिंग में सूरत शीर्ष पर

भारत में वायु गुणवत्ता रैंकिंग में गुजरात के सूरत शहर को शीर्ष स्थान दिया गया है। वहीं, मध्यप्रदेश के शहर जबलपुर को दूसरा और उत्तर प्रदेश के आगरा को तीसरा स्थान मिला है। इन शहरों ने वायु प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण सुधार किया है।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने जयपुर में ‘नीले आसमान के लिए स्वच्छ वायु के अंतरराष्ट्रीय दिवस’ के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 के दौरान ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर’ पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके तहत 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में सूरत ने शीर्ष, जबलपुर ने दूसरा और आगरा ने तीसरा स्थान हासिल किया।

तीन लाख से 10 लाख के बीच आबादी वाले शहर

तीन लाख से 10 लाख के बीच आबादी वाले शहरों में फिरोजाबाद (यूपी), अमरावती (महाराष्ट्र) और झांसी (यूपी) को सर्वश्रेष्ठ माना गया। वहीं, तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में रायबरेली (यूपी), नलगोंडा (तेलंगाना) और नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश) शीर्ष पर रहे।

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम

  • ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण’ राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत कवर किए गए शहरों में शहरी कार्य योजना और वायु गुणवत्ता के तहत अनुमोदित गतिविधियों के कार्यान्वयन के आधार पर शहरों को रैंक करने के लिए मंत्रालय की एक पहल है।
  • इन शहरों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न सर्वोत्तम प्रथाओं के माध्यम से वायु गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार के लिए सम्मानित किया गया। मुख्य गतिविधियों में सड़कों को पक्का करना, मैकेनिकल स्वीपिंग को बढ़ावा देना, पुराने कचरे का बायोरेमेडिएशन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, डंपसाइटों से पुनः प्राप्त भूमि को हरित स्थानों में परिवर्तित करना, ग्रीनबेल्ट विकास, बुद्धिमान यातायात प्रबंधन प्रणाली और मियावाकी वनीकरण शामिल हैं।
  • भारत ने 2017 को आधार वर्ष के रूप में उपयोग करते हुए 2024 तक कण प्रदूषण को 20-30 प्रतिशत तक कम करने के लक्ष्य के साथ 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) शुरू किया। बाद में 2019-20 को आधार वर्ष के रूप में उपयोग करते हुए लक्ष्य को 2026 तक 40 प्रतिशत की कटौती के लिए संशोधित किया गया।
  • कार्यक्रम में वर्तमान में केवल 131 गैर-प्राप्ति शहर शामिल हैं, वे जो 2011 और 2015 के बीच राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में लगातार विफल रहे।

133 शहरों का ऐसे हुआ सर्वे

इस सर्वेक्षण के लिए सरकार ने 133 शहरों में वायु की गुणवत्ता को परखा है। इसमें बायोमास और नगरपालिका ठोस अपशिष्ट जलाना, सड़क की धूल, निर्माण और तोड़फोड़ अपशिष्ट से धूल, वाहन उत्सर्जन और औद्योगिक उत्सर्जन का आकलन किया गया।

भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण ‘युद्ध अभ्यास-2024’ राजस्थान में शुरू

भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण ‘युद्ध अभ्यास-2024’ का 20वां संस्करण आज राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में विदेशी प्रशिक्षण केन्द्र में शुरू हुआ। यह युद्धाभ्यास 9 से 22 सितंबर 2024 तक चलेगा। यह युद्धाभ्यास वर्ष 2004 से प्रति वर्ष भारत और अमरीका के बीच बारी-बारी से आयोजित किया जाता रहा है।

इस संस्करण में सैन्य शक्ति और उपकरणों के संदर्भ में संयुक्त अभ्यास के दायरे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 600 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व राजपूत रेजिमेंट की एक बटालियन के साथ-साथ अन्य शाखाओं और विभागों के कर्मी कर रहे हैं। समान शक्ति वाली अमरीकी टुकड़ी का प्रतिनिधित्व अमरीकी सेना की अलास्का स्थित 11वीं एयरबोर्न डिवीजन की 1-24 बटालियन के सैनिक कर रहे हैं।

संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य

इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत उप-परंपरागत परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास अर्ध-रेगिस्तानी वातावरण में संचालन पर केंद्रित है।

संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास

इस युद्ध प्रशिक्षण के दौरान किए जाने वाले सामरिक अभ्यासों में आतंकवादी कार्रवाई पर संयुक्त प्रतिक्रिया, संयुक्त योजना और संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास शामिल हैं जिससे वास्तविक विश्व के आतंकवाद-रोधी मिशनों में मदद मिलेगी।

सर्वोत्तम अभ्यास साझा करने का अवसर

‘युद्ध अभ्यास’ से दोनों पक्षों को संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम अभ्यास साझा करने का अवसर मिलेगा। इससे दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता और सौहार्द विकसित करने में मदद मिलेगी। संयुक्त अभ्यास से रक्षा सहयोग भी बढ़ेगा, जिससे दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में और बढ़ोत्तरी होगी।

TIME100 AI 2024 लिस्ट में इन प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकियों को मिली जगह

टाइम मैगजीन ने सबसे प्रभावशाली लोगों की प्रतिष्ठित सूची 2024 टाइम 100 एआई जारी की है। इसमें केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि और अभिनेता अनिल कपूर सहित 15 भारतीय या भारतीय मूल के लोगों को शामिल किया गया है। इनमें गूगल के सुंदर पिचाई और माइक्रोसाफ्ट के सत्य नडेला भी शामिल हैं।

टॉप 5 देशों में शामिल होगा भारत

टाइम मैगजीन ने कहा है कि दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एआई की दुनिया में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की कोशिश कर रहा है। 54 वर्षीय वैष्णव के नेतृत्व में अगले पांच वर्षों के दौरान भारत सेमीकंडक्टर विनिर्माण के लिए शीर्ष पांच देशों में से एक बनने की उम्मीद कर रहा है। इन महत्वाकांक्षाओं को साकार करने में वैष्णव को महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत अत्याधुनिक एआई और सेमीकंडक्टर विकास के लिए आवश्यक विशेष कार्यबल तैयार करने के लिए भी कार्य कर रहा।

सूची में कई भारतीय-अमेरिकी इनोवेटर्स और लीडर्स

सूची में कई भारतीय-अमेरिकी इनोवेटर्स और लीडर्स को शामिल किया गया है। लिस्ट में गूगल और अल्फाबेट के विजनरी सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के अग्रणी सीईओ सत्य नडेला, अमेजन में आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस के एसवीपी और हेड साइंटिस्ट रोहित प्रसाद और कई अन्य शामिल हैं।

इन भारतीय-अमेरिकियों को भी मिली टाइम की प्रतिष्ठित लिस्ट में जगह

  • एआई ‘आंसर इंजन’ परप्लेक्सिटी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास
  • संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रौद्योगिकी दूत अमनदीप सिंह गिल
  • नॉनप्रोफिट कलेक्टिव इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट की को-फाउंडर दिव्या सिद्धार्थ
  • प्रोटॉन के प्रोडक्ट लीड अनंत विजय सिंह
  • खोसला वेंचर्स के संस्थापक विनोद खोसला
  • द्वारकेश पॉडकास्ट के होस्ट द्वारकेश पटेल
  • यूएस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी की डायरेक्टर आरती प्रभाकर
  • एब्रिज के को-फाउंडर और सीईओ शिव राव

इन भारतीयों को टाइम मैगजीन ने किया लिस्ट में शामिल

टाइम ने इस सूची को चार भागों में विभाजित किया है, जिनमें लीडर्स, इनोवेटर्स, शेपर्स और थिंकर्स शामिल हैं। न सिर्फ भारतीय-अमेरिकी, बल्कि टाइम मैगजीन ने भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर जैसी मशहूर भारतीय हस्तियों को भी फीचर किया है, क्योंकि उन्होंने सितंबर में नई दिल्ली हाई कोर्ट ‘अपनी तस्वीर के अन ऑथराइज्ड इस्तेमाल पर मामला जीता था। इसके अलावा लिस्ट में इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि और एआई नाउ इंस्टीट्यूट की सह-कार्यकारी निदेशक अंबा काक शामिल हैं।

इजराइल की टावर सेमीकंडक्टर और अडानी की भारत में 10 बिलियन डॉलर की चिप परियोजना

अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी का अदाणी समूह और इजरायल का टावर सेमीकंडक्टर महाराष्ट्र में 10 अरब डॉलर (83 हजार करोड़ रुपये) की लागत से सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएंगे। इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दी। भारत ने वैश्विक चिप कंपनियों को देश में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को दुनिया का चिपमेकर हब बनाने का लक्ष्य रखा है।

सेमीकंडक्टर बाजार 63 अरब डॉलर का

ताइवान की फॉक्सकॉन ने पिछले साल जुलाई में भारतीय कंपनी वेदांता लिमिटेड के साथ 19.5 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर ज्वाइंट वेंचर से हाथ खींच लिया था। इतना ही नहीं अबुधाबी स्थित नेक्स्ट आर्बिट वेंचर्स और टावर सेमीकंडक्टर भारत में तीन अरब डॉलर की लागत से एक उद्यम लगाने का एलान किया था, लेकिन बाद में यह योजना भी ठप हो गई। हालांकि शुरुआती असफलताओं के बावजूद भारत को उम्मीद है कि 2026 तक उसका सेमीकंडक्टर बाजार 63 अरब डॉलर का हो जाएगा।

नई परियोजना का विवरण

महाराष्ट्र में सेमीकंडक्टर प्लांट में शुरू में 40,000 वेफ़र्स का उत्पादन किया जाएगा। यह परियोजना राज्य में व्यापक निवेश रणनीति का हिस्सा है, जिसमें दो नई इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण इकाइयों की स्थापना भी शामिल है। स्कोडा-वोक्सवैगन इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट में 150 बिलियन रुपये का निवेश करेगी, जबकि टोयोटा-किर्लोस्कर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन के लिए 212.73 बिलियन रुपये आवंटित करेगी।

आर्थिक प्रभाव

गुरुवार को स्वीकृत परियोजनाओं से 29,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को पर्याप्त बढ़ावा देगा।

विनय गोयल एनएचएम का राज्य मिशन निदेशक नियुक्त

डॉ. विनय गोयल ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के लिए राज्य मिशन निदेशक की भूमिका संभाली है। वे के. जीवन बाबू की जगह लेंगे, जो केरल जल प्राधिकरण में प्रबंध निदेशक के पद पर आसीन हुए हैं। 2016 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. गोयल केरल राज्य आईटी मिशन के निदेशक और ईहेल्थ केरल में परियोजना निदेशक का पद भी संभालेंगे। अपनी नई भूमिकाओं में, उनका लक्ष्य केरल के डिजिटल और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाना है।

पिछली भूमिकाएँ और अनुभव

डॉ. गोयल का करियर बहुत शानदार रहा है और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है। उन्होंने अनुसूचित जनजाति विकास विभाग के निदेशक, पिछड़ा वर्ग विकास विभाग के निदेशक, केरल राज्य आवास बोर्ड के सचिव, केरल रैपिड ट्रांजिट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, स्मार्ट सिटी तिरुवनंतपुरम लिमिटेड के सीईओ और तिरुवनंतपुरम के जिला विकास आयुक्त के रूप में काम किया है। उनका व्यापक अनुभव उन्हें उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए उपयुक्त बनाता है।

शैक्षिक पृष्ठभूमि

डॉ. गोयल के पास पीजीआईएमएस रोहतक से एमबीबीएस की डिग्री, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री और जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ से पब्लिक हेल्थ में मास्टर डिग्री (एमपीएच) है।

अरुण गोयल क्रोएशिया में भारत के अगले राजदूत नियुक्त

अरुण गोयल को क्रोएशिया में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है, वे राज कुमार श्रीवास्तव का स्थान लेंगे। विदेश मंत्रालय ने 7 सितंबर, 2024 को उनकी नई भूमिका की घोषणा की। पंजाब कैडर के 1985 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी गोयल ने इससे पहले 21 नवंबर, 2022 से 9 मार्च, 2024 तक भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया था।

पृष्ठभूमि और कैरियर

गोयल एक सेवानिवृत्त नौकरशाह हैं। इससे पहले वह भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, ‘अरुण गोयल को क्रोएशिया गणराज्य में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। उम्मीद है कि वह शीघ्र ही कार्यभार संभालेंगे।

उन्हें नवंबर 2022 में चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। उन्होंने मार्च 2024 में पद से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति से पहले उन्होंने पंजाब कैडर के 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी के रूप में कार्य किया, जिसके बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी।

तुहिन कांत पांडे को नियुक्त किया गया नया वित्त सचिव

वरिष्ठ आइएएस अधिकारी तुहिन कांत पांडे को शनिवार को नए वित्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी तुहिन कांत वर्तमान में निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआइपीएएम) के सचिव हैं। वह 2019 से ही वित्त मंत्रालय में तैनात थे। तुहिन कांत पांडे पंजाब के रहने वाले हैं और कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने यहीं से की है।

नियुक्ति को लेकर आधिकारिक आदेश 7 सितंबर को जारी किया गया था जिसमें कहा गया है, ”कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तुहिन कांता पांडे, (आईएएस सचिव, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग, वित्त मंत्रालय) को वित्त सचिव के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी है।” बता दें कि वह टी.वी. सोमनाथन का स्थान लेंगे जिन्हें पिछले महीने ही कैबिनेट सचिव नियुक्त किया गया था।

एमबीए की डिग्री

तुहिन कांत पांडे के पास एमबीए की डिग्री है। उन्होंने एमबीए की पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम से की है। इसके पहले उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एमए किया था।

वित्त मंत्रालय में सचिव

आईएएस तुहिन कांत पांडे वित्त मंत्रालय में निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन के सचिव रहे हैं। इस पद पर उनकी नियुक्ति 2019 में हुई थी। इसके पहले वित्त विभाग में प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में काम कर चुके हैं। इस पद पर 2016 से 2019 के बीच कार्य़रत रहे हैं। वहीं, केंद्र में 2014 से 2016 के बीच ज्वाइंट सेक्रेटरी, प्लानिंग कमिशन में ज्वाइंट सेक्रेटरी (2009 से 2014 ), कर्मशल टैक्स डिपार्टमेंट (2008 से 2009) में कमिश्नर और ज्वाइंट सेक्रेटरी रहे हैं।

ओडिशा में भी रहे हैं कार्यरत

वहीं, वर्ष 2008 में छह महीने के लिए ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कमिश्नर और सेक्रेटरी के पद पर रहे हैं। वहीं, इसके पहले 2007-08 में ओडिशा के परिवहन विभाग में कमिश्नर और ज्वाइंट सेक्रेटरी की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। तुहिन कांत पांडे के पास संयुक्त राष्ट्र में भी काम करने का अनुभव है। उन्होंने 2001 से 2003 के बीच संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन में डिप्टी सचिव के पद पर भी काम किया है।

फिर से अल्जीरिया के राष्ट्रपति चुने गए अब्देलमदजीद तेब्बौने

अल्जीरिया में राष्ट्रपति चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने को फिर से राष्ट्रपति चुना गया है। शनिवार शाम पांच बजे तक अल्जीरिया में 26.5 प्रतिशत और विदेशों में 18.3 प्रतिशत वोट डाले गए, जिसके बाद वोटों की गिनती हुई है। वहीं चुनाव परिणामों को लेकर रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने को चुनाव में 94.7 फीसदी वोट मिले हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का एलान करते हुए अल्जीरिया के राष्ट्रीय स्वतंत्र चुनाव प्राधिकरण (एएनआईई) के प्रमुख मोहम्मद चारफी ने कहा कि मतदान में स्वतंत्र उम्मीदवार अब्देलमदजीद तेब्बौने ने भारी बहुमत हासिल किया है। कुल 5,630,000 मतदाताओं में से 5,320,000 ने स्वतंत्र उम्मीदवार अब्देलमजीद तेब्बौने को वोट दिया, जो 94.65 प्रतिशत वोट है।

48 प्रतिशत मतदान की घोषणा

अल्जीरिया के राष्ट्रीय स्वतंत्र चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मोहम्मद चारफी ने परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि टीम ने सभी उम्मीदवारों के बीच पारदर्शिता और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने की कोशिश की। इससे पहले एएनआईई ने 48 प्रतिशत की औसत मतदान दर की घोषणा की।

इन नेताओं को मिले मात्र इतने फीसदी वोट

वहीं मूवमेंट ऑफ सोसाइटी फॉर पीस (एमएसपी) पार्टी के रूढ़िवादी अब्देलाली हसनी चेरिफने 3 प्रतिशत वोट मिले और सोशलिस्ट फोर्सेस फ्रंट पार्टी के यूसेफ औचिचे को 2.1 प्रतिशत वोट हासिल हुआ है। जबकि राष्ट्रपति अब्देलमजीद तेब्बौने के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी हसनी चेरिफ ने आरोप लगाया कि मतदान कर्मचारियों पर परिणामों को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का दबाव डाला गया।

केवल तीन उम्मीदवारों में थी चुनावी लड़ाई

अल्जीरिया में राष्ट्रपति चुनाव में 26 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। हालांकि आखिरी तक मात्र तीन प्रत्याशी ही इस चुनाव में बचे। जिसमें मौजूदा राष्ट्रपति तेब्बौने के अलावा, इस्लामिक पार्टी मूवमेंट ऑफ सोसाइटी फॉर पीस (एमएसपी) के प्रमुख अब्देलाली हसनी चेरीफ और सोशलिस्ट फोर्सेज फ्रंट (एफएफएस) के साथ काम करने वाले पूर्व पत्रकार यूसेफ औचिचे शामिल हैं।

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