पीएम मोदी और प्रधानमंत्री बैंग ने पीएसए मुंबई टर्मिनल चरण-2 का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस बैंग ने 4 सितंबर, 2025 को वर्चुअल माध्यम से जेएनपीए (Jawaharlal Nehru Port Authority) में PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II का संयुक्त उद्घाटन किया। यह अवसर भारत–सिंगापुर आर्थिक सहयोग का अहम पड़ाव है और भारत की स्थिति को वैश्विक शिपिंग और व्यापार लॉजिस्टिक्स में और मजबूत करता है।

PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II: भारतीय बंदरगाहों के लिए गेम-चेंजर

  • फेज़-II पूरा होने के बाद जेएनपीए टर्मिनल की क्षमता बढ़कर 4.8 मिलियन TEUs (Twenty-foot Equivalent Units) हो गई है, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल बन गया है।

  • यह टर्मिनल सिंगापुर की वैश्विक पोर्ट ऑपरेटर कंपनी PSA International द्वारा संचालित है और भारत–सिंगापुर लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर का प्रमुख केंद्र है।

उन्नत टर्मिनल की मुख्य विशेषताएँ

  • 4.8 मिलियन TEUs क्षमता – भारत में सबसे अधिक

  • अत्याधुनिक क्रेन और ऑटोमेटेड सिस्टम से सुसज्जित

  • डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) से सीधी रेल कनेक्टिविटी

  • वैश्विक दक्षता मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया

यह सुविधा माल परिवहन को सहज बनाने, लॉजिस्टिक लागत कम करने और भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।

भारत और सिंगापुर के लिए रणनीतिक महत्व

यह टर्मिनल भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग की फ्लैगशिप परियोजना है, जो दोनों देशों की इन प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है:

  • इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिकीकरण

  • इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में व्यापारिक कनेक्टिविटी

  • रणनीतिक क्षेत्रों में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन

दोनों प्रधानमंत्रियों का संयुक्त उद्घाटन इस बात का प्रतीक है कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में सिंगापुर एक भरोसेमंद भागीदार है, विशेषकर पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में।

परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु

  • PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II का उद्घाटन – 4 सितंबर, 2025 को पीएम मोदी और पीएम लॉरेंस बैंग द्वारा।

  • जेएनपीए की क्षमता बढ़कर 4.8 मिलियन TEUs – भारत का सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल।

  • टर्मिनल में अत्याधुनिक क्रेन, ऑटोमेटेड सिस्टम और DFC रेल कनेक्टिविटी

  • संचालन – PSA International, सिंगापुर-आधारित कंपनी।

मशहूर फैशन डिज़ाइनर जियोर्जियो अरमानी का हुआ निधन

दुनिया के सबसे प्रभावशाली और प्रतिष्ठित फैशन डिज़ाइनरों में से एक जियोर्जियो अरमानी का 4 सितंबर, 2025 को 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अरमानी ग्रुप ने गुरुवार को जारी एक बयान में उनके निधन की पुष्टि की। विश्वभर में “रे जियोर्जियो (King Giorgio)” के नाम से प्रसिद्ध अरमानी ने फैशन की दुनिया को नई परिभाषा दी और आधुनिक शालीनता के प्रतीक बन गए।

फैशन को समर्पित जीवन

  • जन्म: पियाचेंज़ा, इटली

  • 1960 के दशक में करियर की शुरुआत – पहले विंडो ड्रेसर, फिर पुरुषों के वस्त्रों के डिज़ाइनर।

  • 1975 में अरमानी ग्रुप की स्थापना की, जो आगे चलकर बहु-अरब यूरो का साम्राज्य बना।

  • कारोबार फैला: हाई कुत्यूर, रेडी-टू-वियर, इंटीरियर डिज़ाइन, ब्यूटी, होटल्स और होमवेयर तक।

उनकी पहचान रही – मिनिमलिस्टिक परिष्कार, तीखे कट्स, हल्के रंग, और बिना चमक-धमक वाले डिज़ाइन। यही उन्हें “क्वाइट लक्ज़री” का पर्याय बनाता था।

उनकी विरासत की मुख्य झलकियाँ

  • पुरुषों के सूट में सॉफ्ट टेलरिंग से क्रांति लाई।

  • हॉलीवुड सितारों जैसे रिचर्ड गेरे और जूलिया रॉबर्ट्स को परिधान दिए।

  • दशकों तक रेड-कार्पेट लुक्स को परिभाषित किया।

  • €2.3 बिलियन वार्षिक कारोबार वाला फैशन साम्राज्य खड़ा किया।

ब्रांड के पीछे का इंसान

अरमानी केवल डिज़ाइनर ही नहीं, बल्कि सख्त अनुशासन वाले रचनात्मक व्यक्तित्व और कुशल कारोबारी भी थे। अपने अंतिम दिनों तक वे अपने कलेक्शनों, विज्ञापन अभियानों और मॉडल्स की स्टाइलिंग तक की निगरानी खुद करते थे। उनकी परफेक्शनिस्ट छवि फैशन जगत में किंवदंती बन गई थी।

हाल के महीनों में अस्वस्थ होने के बावजूद वे ब्रांड से जुड़े रहे। जून 2025 के मिलान में आयोजित पुरुष फैशन वीक में उनकी अनुपस्थिति (करियर में पहली बार) उनके स्वास्थ्य में गिरावट का संकेत थी।

फैशन में शाश्वत विरासत

बहुत कम डिज़ाइनरों ने फैशन उद्योग पर उतना गहरा और स्थायी प्रभाव छोड़ा है, जितना जियोर्जियो अरमानी ने। उन्होंने लक्ज़री और लाइफ़स्टाइल की सीमाओं को मिटाकर एक ऐसा ब्रांड बनाया जो आकर्षक भी था और सुलभ भी। मिलान से लेकर हॉलीवुड तक, कॉरपोरेट बोर्डरूम से लेकर रेड कार्पेट तक, उनकी शैली अंडरस्टेटेड क्लास का वैश्विक मानक बन गई।

उनका कार्य आने वाली पीढ़ियों के डिज़ाइनरों को प्रेरित करता रहेगा और अरमानी ब्रांड उनके नाम से ही परिष्कृत आधुनिकता (Refined Modernity) का प्रतीक बना रहेगा।

परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु

  • जियोर्जियो अरमानी का निधन – 4 सितंबर, 2025, आयु 91 वर्ष।

  • 1975 में अरमानी ग्रुप की स्थापना, आज €2.3 बिलियन का फैशन साम्राज्य।

  • रे जियोर्जियो (King Giorgio)” उपनाम से प्रसिद्ध।

  • मिनिमलिस्ट लक्ज़री और नवाचारपूर्ण पुरुष टेलरिंग के लिए जाने जाते थे।

बिहार के राजगीर में रॉयल भूटान बौद्ध मंदिर का उद्घाटन किया गया

बिहार के राजगीर में 4 सितंबर, 2025 को पारंपरिक बौद्ध अनुष्ठानों के बीच रॉयल भूटान बौद्ध मंदिर का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन का नेतृत्व भूटान के प्रधानमंत्री त्शेरिंग तोबग्ये तथा भारत के केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने किया। इस अवसर पर दोनों देशों के अधिकारियों और धार्मिक नेताओं की उपस्थिति रही। यह मंदिर भारत और भूटान के बीच गहरे आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है और राजगीर की पहचान को एक पवित्र बौद्ध तीर्थस्थल के रूप में और अधिक सुदृढ़ करता है।

राजगीर: एक प्रतिष्ठित बौद्ध तीर्थस्थल

बिहार के नालंदा जिले में स्थित राजगीर बौद्ध धर्म में अत्यंत आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। यहीं पर भगवान बुद्ध ने कई वर्षों तक साधना की, उपदेश दिए और एक संघ की स्थापना की। राजगीर का संबंध प्रथम बौद्ध संगीति से भी जुड़ा है, जो बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद आयोजित हुई थी। ऐसे पवित्र स्थल पर रॉयल भूटान बौद्ध मंदिर का उद्घाटन राजगीर की पहचान को एक प्रमुख बौद्ध तीर्थ केंद्र के रूप में और सुदृढ़ करता है। यह मंदिर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक नया स्थापत्य और सांस्कृतिक आकर्षण प्रस्तुत करता है तथा भारत की पवित्र भूमि पर भूटानी आध्यात्मिक धरोहर को दर्शाता है।

भारत–भूटान मित्रता का प्रतीक

उद्घाटन समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री त्शेरिंग तोबग्ये ने मंदिर की भूमिका को भारत और भूटान के संबंधों को और सुदृढ़ करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह मंदिर दोनों देशों के साझा बौद्ध मूल्यों और आपसी सम्मान का प्रमाण है।

समारोह की प्रमुख बातें:

  • उद्घाटन भूटानी परंपराओं और अनुष्ठानों के अनुसार सम्पन्न हुआ।

  • दोनों देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

  • धार्मिक कूटनीति और सांस्कृतिक एकीकरण पर बल दिया गया।

  • बौद्ध पर्यटन और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम।

भारत के केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी भारत–भूटान की अटूट मित्रता की सराहना की और विशेष रूप से बौद्ध धरोहर को संरक्षित करने तथा शांति और सद्भाव को प्रोत्साहित करने में दोनों देशों के प्रयासों को रेखांकित किया।

परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु

  • रॉयल भूटान बौद्ध मंदिर का उद्घाटन – 4 सितंबर, 2025, राजगीर (बिहार) में।

  • उद्घाटन – भूटान पीएम त्शेरिंग तोबग्ये और भारत के मंत्री किरण रिजिजू ने किया।

  • राजगीर – भगवान बुद्ध के जीवन, उपदेशों और प्रथम बौद्ध संगीति से जुड़ा प्रमुख स्थल।

UIDAI ने अगस्त 2025 तक 221 करोड़ आधार प्रमाणीकरण का रिकॉर्ड बनाया

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने अगस्त 2025 में 221 करोड़ आधार प्रमाणीकरण लेन-देन दर्ज किए। यह उपलब्धि भारत में डिजिटल गवर्नेंस और सुरक्षित पहचान सत्यापन की दिशा में तेजी से हो रहे बदलाव को दर्शाती है। यह रिकॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि आधार अब भी कल्याणकारी योजनाओं, ई-गवर्नेंस और सार्वजनिक व निजी सेवाओं की आसान पहुँच में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है।

आधार: भारत की डिजिटल पहचान व्यवस्था की रीढ़

आधार एक बायोमेट्रिक सत्यापित विशिष्ट पहचान संख्या है, जो एक अरब से अधिक नागरिकों को प्रदान की गई है। आधार प्रमाणीकरण लेन-देन का महत्व मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में है:

  • सब्सिडी वितरण – जैसे एलपीजी (PAHAL), सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS), और मनरेगा (MNREGA)

  • बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं की पहुँच

  • मोबाइल सिम जारी करना, पासपोर्ट आवेदन और पेंशन सत्यापन

  • निजी सेवाओं के लिए स्वैच्छिक पहचान सत्यापन

अगस्त 2025 के 221 करोड़ प्रमाणीकरण लेन-देन जनता के भरोसे और आधार की व्यापक स्वीकार्यता को दर्शाते हैं।

एआई आधारित फेस ऑथेंटिकेशन में रिकॉर्ड वृद्धि

विभिन्न प्रमाणीकरण तरीकों में, फेस ऑथेंटिकेशन में अगस्त 2025 में सबसे अधिक उछाल देखा गया, जहाँ 18.6 करोड़ लेन-देन पूरे किए गए। यह एआई-संचालित तकनीक उपयोगकर्ताओं को चेहरे की स्कैनिंग के माध्यम से पहचान सत्यापित करने की सुविधा देती है। इसके लाभ हैं:

  • बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए आसान उपयोग

  • टच-फ्री सत्यापन, जो स्वास्थ्य-सचेत सेवाओं के अनुरूप है

  • उन्नत फेस रिकग्निशन एल्गोरिद्म से बेहतर सुरक्षा और धोखाधड़ी की रोकथाम

यह बढ़ोतरी दर्शाती है कि भारत अब बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण 2.0 की ओर बढ़ रहा है, जहाँ एआई और ऑटोमेशन अहम भूमिका निभा रहे हैं।

डिजिटल अर्थव्यवस्था और भविष्य की दिशा

आधार का बढ़ता उपयोग भारत के डिजिटल अर्थव्यवस्था के लक्ष्यों को मजबूत करता है। भविष्य में UIDAI की आधार-आधारित व्यवस्था:

  • फिनटेक, हेल्थटेक और एडटेक प्लेटफ़ॉर्म से गहराई से एकीकृत होगी

  • एआई आधारित दस्तावेज़ सत्यापन को बढ़ावा देगी

  • अंतरराष्ट्रीय डिजिटल पहचान मानकों और क्रॉस-बॉर्डर डिजिटल पहलों में योगदान देगी

इस प्रकार, आधार भारत में सुरक्षित और समावेशी डिजिटल परिवर्तन का आधार स्तंभ बना रहेगा।

परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु

  • संस्था: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI)

  • प्रकार: वैधानिक प्राधिकरण

  • स्थापना: आधार अधिनियम, 2016

  • नियामक मंत्रालय: इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार

  • दृष्टि: हर निवासी को विशिष्ट पहचान प्रदान करना और कभी भी, कहीं भी उपलब्ध डिजिटल प्रमाणीकरण प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना

नेपाल ने 26 अपंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया

नेपाल सरकार ने एक ऐतिहासिक डिजिटल नीति निर्णय के तहत 26 अपंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और एक्स (पूर्व में ट्विटर) शामिल हैं। यह निर्णय 4 सितंबर 2025 को नेपाल के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुङ ने घोषित किया। इसका उद्देश्य डिजिटल जवाबदेही लागू करना और “सोशल मीडिया उपयोग विनियमन निर्देश, 2080” के तहत नियामकीय अनुपालन सुनिश्चित करना है।

प्रतिबंध: एक नियामकीय प्रवर्तन कदम

यह निर्णय उच्च-स्तरीय बैठक के बाद लिया गया जिसमें शामिल थे:

  • संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoCIT) के अधिकारी

  • नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण (NTA)

  • दूरसंचार ऑपरेटर और इंटरनेट सेवा प्रदाता प्रतिनिधि

28 अगस्त 2025 को जारी 7 दिन की अल्टीमेटम अवधि समाप्त होने के बाद सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स को निर्देश दिया गया कि वे:

  • मंत्रालय में पंजीकरण कराएँ

  • नेपाल में स्थानीय कार्यालय स्थापित करें

  • एक आधिकारिक संपर्क अधिकारी नियुक्त करें

कई प्लेटफ़ॉर्म्स द्वारा अनुपालन न करने पर सरकार ने NTA को आदेश दिया कि वह इन साइट्स की पहुँच बंद करे। प्रतिबंधित प्लेटफ़ॉर्म्स में शामिल हैं:

  • Facebook

  • WhatsApp

  • Instagram

  • YouTube

  • X (Twitter)

  • Viber

  • Botim

TikTok और Telegram: छूट और प्रतिबंध

  • TikTok: जिसे अगस्त 2024 में प्रतिबंधित किया गया था, लेकिन नवंबर 2024 में नेपाल में पंजीकरण कराने के बाद इसे फिर से संचालन की अनुमति मिल गई।

  • Telegram: जुलाई 2025 से प्रतिबंधित है क्योंकि इसका उपयोग ऑनलाइन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में होने का आरोप है।

कानूनी आधार: सर्वोच्च न्यायालय का आदेश

यह कार्रवाई नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश के बाद हुई जिसमें अदालत ने सरकार को निर्देश दिया कि कोई भी अपंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म देश में संचालित न हो। इसके बाद 25 अगस्त 2025 को मंत्रिमंडल ने औपचारिक मंज़ूरी दी और अब यह प्रवर्तन लागू किया गया है।

परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु

  • नेपाल ने 26 अपंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर 4 सितंबर 2025 को प्रतिबंध लगाया।

  • यह कदम सोशल मीडिया उपयोग विनियमन निर्देश, 2080 के तहत उठाया गया।

  • प्लेटफ़ॉर्म्स को पंजीकरण, स्थानीय कार्यालय और अनुपालन अधिकारी नियुक्त करना अनिवार्य।

  • TikTok को नवंबर 2024 से पंजीकरण के बाद अनुमति मिली।

  • Telegram जुलाई 2025 से प्रतिबंधित है।

केंद्र ने एनपीएस के तहत एकीकृत पेंशन योजना नियमों को अधिसूचित किया

भारत सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के अंतर्गत यूनिफ़ाइड पेंशन स्कीम (UPS) के नियमों को औपचारिक रूप से अधिसूचित कर दिया है। यह सार्वजनिक क्षेत्र की पेंशन सुधार प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। केंद्रीय सिविल सेवा (एनपीएस के अंतर्गत UPS के कार्यान्वयन) नियम, 2025 को 4 सितंबर 2025 को अधिसूचित किया गया। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार के उन कर्मचारियों के लिए सेवा-संबंधी पेंशन मामलों को विनियमित करना है जिन्होंने UPS को अपनाने का विकल्प चुना है।

यूनिफ़ाइड पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?

  • UPS, NPS के ढाँचे के भीतर एक संरचित और वैकल्पिक पेंशन व्यवस्था है।

  • इसे पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 अगस्त 2024 को मंज़ूरी दी थी।

  • वित्तीय सेवाएँ विभाग ने इसे 24 जनवरी 2025 को अधिसूचित किया।

  • 1 अप्रैल 2025 से UPS परिचालन में आया।

  • PFRDA ने इसके संचालन संबंधी दिशा-निर्देश 19 मार्च 2025 को जारी किए।

  • इसका उद्देश्य उन कर्मचारियों को अधिक स्पष्टता और लचीलापन देना है जो पुराने पेंशन सिस्टम से या NPS के तहत परिभाषित अंशदान योजना से स्थानांतरण चाहते हैं।

UPS नियमों की मुख्य विशेषताएँ

  • UPS में नामांकन और पात्र NPS कर्मचारियों के लिए एक बार स्विच करने का विकल्प

  • कर्मचारी UPS से NPS में भी स्विच कर सकते हैं:

    • सेवानिवृत्ति से 1 वर्ष पहले, या

    • स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) से 3 महीने पहले

  • कर्मचारी और सरकार दोनों का अंशदान संरचना।

  • पंजीकरण या अंशदान जमा करने में विलंब होने पर क्षतिपूर्ति प्रावधान।

  • सेवा के दौरान मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में CCS पेंशन नियम या UPS के तहत लाभ विकल्प।

  • विभिन्न सेवानिवृत्ति स्थितियों के लिए प्रावधान:

    • सुपरऐनुएशन, समयपूर्व सेवानिवृत्ति, VRS, PSU में समायोजन, अक्षमता, इस्तीफ़ा

  • अनिवार्य सेवानिवृत्ति, बर्खास्तगी या सेवा से हटाने के मामलों में भी स्पष्ट नियम।

परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु

  • UPS नियम अधिसूचित: 4 सितंबर 2025।

  • लागू: उन केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों पर जो NPS के अंतर्गत UPS चुनते हैं।

  • परिचालन: 1 अप्रैल 2025 से।

  • PFRDA दिशा-निर्देश: 19 मार्च 2025।

  • अब कर्मचारी 20 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो सकते हैं (पहले 25 वर्ष थे)।

UPI से अब 10 लाख रुपये तक का ट्रांजेक्शन संभव

राष्ट्रीय भुगतान निगम भारत (NPCI) ने 15 सितंबर 2025 से यूपीआई लेन-देन की नई सीमाएँ लागू करने की घोषणा की है। इन संशोधित नियमों के तहत प्रति लेन-देन की सीमा ₹5 लाख और 24 घंटे की कुल सीमा ₹10 लाख कर दी गई है। यह बदलाव बीमा, पूँजी बाजार, सरकारी कर भुगतान और क्रेडिट कार्ड भुगतान जैसी उच्च-मूल्य वाली सेवाओं पर लागू होगा। एनपीसीआई का यह कदम भारत के डिजिटल वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक मजबूत और व्यापक बनाने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।

नई यूपीआई लेन-देन सीमाओं की मुख्य विशेषताएँ

एनपीसीआई (NPCI) के नए निर्देश के अनुसार, प्रमाणित व्यापारियों (Verified Merchants) को किए जाने वाले पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) लेन-देन के लिए यूपीआई की सीमा बढ़ा दी गई है। ये नई सीमाएँ 15 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगी और इनका उद्देश्य उच्च-मूल्य वाले डिजिटल लेन-देन को सरल, सुरक्षित और निर्बाध बनाना है।

संशोधित यूपीआई सीमाएँ (15 सितंबर 2025 से प्रभावी)

श्रेणी (Category) पुरानी प्रति-लेनदेन सीमा नई प्रति-लेनदेन सीमा 24 घंटे की अधिकतम सीमा
पूंजी बाजार (निवेश) ₹2 लाख ₹5 लाख ₹10 लाख
बीमा भुगतान ₹2 लाख ₹5 लाख ₹10 लाख
सरकारी ई-मार्केटप्लेस (ईएमडी/कर) ₹1 लाख ₹5 लाख ₹10 लाख
क्रेडिट कार्ड भुगतान ₹2 लाख ₹5 लाख ₹6 लाख
ऋण/ईएमआई संग्रह ₹2 लाख ₹5 लाख ₹10 लाख
यात्रा बुकिंग ₹1 लाख ₹5 लाख ₹10 लाख
आभूषण खरीद ₹1 लाख ₹2 लाख ₹6 लाख
एफएक्स रिटेल (बीबीपीएस के माध्यम से) ₹2 लाख ₹5 लाख ₹5 लाख
डिजिटल खातों के माध्यम से सावधि जमा ₹2 लाख ₹5 लाख ₹5 लाख
डिजिटल खाता खोलना (फंडिंग) ₹1 लाख ₹2 लाख ₹2 लाख

किसे लाभ होगा?

यूपीआई सीमा में यह विस्तार मुख्य रूप से निम्न को लाभ पहुँचाएगा –

  • म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स और एएमसी में लेनदेन करने वाले निवेशक

  • उच्च-मूल्य बीमा प्रीमियम भुगतान करने वाले पॉलिसीधारक

  • सरकारी ई-मार्केटप्लेस (MCC 9311) पर ईएमडी या जीएसटी भुगतान करने वाले करदाता

  • बड़े क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने वाले कार्डधारक

  • ऋण लेने वाले उधारकर्ता और थोक ईएमआई/कलेक्शन भुगतान करने वाले व्यवसाय

  • उच्च मूल्य की यात्राएँ बुक करने वाले यात्री

  • कैशलेस लेनदेन चाहने वाले आभूषण खरीदार

  • सुगम ऑनबोर्डिंग और फंडिंग चाहने वाले फॉरेक्स उपयोगकर्ता और डिजिटल खाता खोलने वाले ग्राहक

दायरा और सीमाएँ

  • यह बदलाव केवल P2M (Person to Merchant) लेनदेन पर लागू होगा (सत्यापित व्यापारियों के लिए)।

  • P2P (Person to Person) यूपीआई सीमा पूर्ववत् ₹1 लाख/दिन ही रहेगी।

  • बैंकों और पीएसपी को नई सीमाएँ 15 सितंबर 2025 तक लागू करनी होंगी।

  • सदस्य बैंक अपने जोखिम नीतियों के अनुसार NPCI की अधिकतम सीमा से कम आंतरिक सीमा तय कर सकते हैं।

परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु

  • यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI)

    • विकसित किया गया: नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा

    • लॉन्च वर्ष: 2016

    • उद्देश्य: मोबाइल के माध्यम से दो बैंक खातों के बीच तत्काल धन हस्तांतरण

    • मुख्य विशेषता: वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग, जिससे संवेदनशील बैंक विवरण साझा करने की आवश्यकता नहीं होती

NIRF रैंकिंग 2025 श्रेणीवार, भारत के शीर्ष 10 इंजीनियरिंग कॉलेज

शिक्षा मंत्रालय द्वारा 4 सितंबर को जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में एक बार फिर आईआईटी-मद्रास को भारत का अग्रणी शैक्षणिक संस्थान घोषित किया गया है। लगातार सातवें वर्ष आईआईटी-मद्रास ने समग्र श्रेणी (Overall Category) में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके बाद क्रमशः भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु और आईआईटी-बॉम्बे रहे।

इस बार यह रैंकिंग 10वें संस्करण के रूप में आई है, जिसमें इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विधि, चिकित्सा, कृषि, शोध और सतत विकास सहित 17 श्रेणियों में उत्कृष्टता को मान्यता दी गई है।

NIRF रैंकिंग 2025 – शीर्ष 10 इंजीनियरिंग कॉलेज (Overall Category)

  1. आईआईटी मद्रास

  2. आईआईएससी बेंगलुरु

  3. आईआईटी बॉम्बे

  4. आईआईटी दिल्ली

  5. आईआईटी कानपुर

  6. आईआईटी खड़गपुर

  7. आईआईटी रुड़की

  8. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली

  9. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली

  10. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी

प्रबंधन (Top 10)

  1. आईआईएम अहमदाबाद

  2. आईआईएम बेंगलुरु

  3. आईआईएम कोझिकोड

  4. आईआईटी दिल्ली

  5. आईआईएम लखनऊ

  6. आईआईएम मुंबई

  7. आईआईएम कोलकाता

  8. आईआईएम इंदौर

  9. एमडीआई गुरुग्राम

  10. एक्सएलआरआई जमशेदपुर

वास्तुकला एवं नियोजन (Top 5)

  1. आईआईटी रुड़की

  2. एनआईटी कालीकट

  3. आईआईटी खड़गपुर

  4. आईआईईएसटी शिबपुर

  5. जामिया मिल्लिया इस्लामिया

फार्मेसी (Top 10)

  1. जामिया हमदर्द, नई दिल्ली

  2. बीआईटीएस पिलानी

  3. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़

  4. जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ऊटी

  5. एनआईपीईआर हैदराबाद

  6. रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई

  7. जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मैसूर

  8. मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज

  9. एनआईपीईआर मोहाली

  10. एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई

कॉलेज (Top 10)

  1. हिंदू कॉलेज, दिल्ली

  2. मिरांडा हाउस, दिल्ली

  3. हंसराज कॉलेज, दिल्ली

  4. किरोरी मल कॉलेज, दिल्ली

  5. सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली

  6. रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शताब्दी कॉलेज, कोलकाता

  7. आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, दिल्ली

  8. सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता

  9. पीएसजीआर कृष्णम्मल महिला कॉलेज, कोयंबटूर

  10. पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर

विधि (Law – Top 5)

  1. राष्ट्रीय विधि विद्यालय विश्वविद्यालय (NLSIU), बेंगलुरु

  2. राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (NLU), दिल्ली

  3. नालसार विश्वविद्यालय, हैदराबाद

  4. पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ऑफ ज्यूरिडिकल साइंसेज़ (WBNUJS), कोलकाता

  5. गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (GNLU), गांधीनगर

विश्वविद्यालय (Universities – Top 10)

  1. भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु

  2. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली

  3. मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE)

  4. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली

  5. दिल्ली विश्वविद्यालय

  6. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी

  7. बीआईटीएस पिलानी

  8. अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर

  9. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता

  10. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU), अलीगढ़

इंजीनियरिंग (Engineering – Top 10)

  1. आईआईटी मद्रास

  2. आईआईटी दिल्ली

  3. आईआईटी बॉम्बे

  4. आईआईटी कानपुर

  5. आईआईटी खड़गपुर

  6. आईआईटी रुड़की

  7. आईआईटी हैदराबाद

  8. आईआईटी गुवाहाटी

  9. एनआईटी तिरुचिरापल्ली

  10. आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी

चिकित्सा (Medical – Top 5)

  1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली

  2. पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़

  3. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर

  4. जेआईपीएमईआर, पुडुचेरी

  5. एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ

दंत चिकित्सा (Dental – Top 5)

  1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली

  2. सविता इंस्टीट्यूट, चेन्नई

  3. मौलाना आज़ाद डेंटल साइंसेज़ संस्थान, दिल्ली

  4. डी.वाई. पाटिल विद्यापीठ, पुणे

  5. मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज़

कृषि एवं संबद्ध (Agriculture & Allied – Top 5)

  1. आईएआरआई (भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान), नई दिल्ली

  2. आईसीएआर–एनडीआरआई, करनाल

  3. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना

  4. बीएचयू, वाराणसी

  5. आईवीआरआई, इज़्ज़तनगर

शोध (Research – Top 5)

  1. भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु

  2. आईआईटी मद्रास

  3. आईआईटी दिल्ली

  4. आईआईटी बॉम्बे

  5. आईआईटी खड़गपुर

नवाचार (Innovation – Top 10)

  1. आईआईटी मद्रास

  2. आईआईटी बॉम्बे

  3. आईआईएससी बेंगलुरु

  4. आईआईटी खड़गपुर

  5. आईआईटी कानपुर

  6. आईआईटी हैदराबाद

  7. आईआईटी दिल्ली

  8. आईआईटी रुड़की

  9. अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई

  10. आईआईटी मंडी

मुक्त विश्वविद्यालय (Open Universities – Top 3)

  1. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU), नई दिल्ली

  2. कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय, मैसूर

  3. उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज

सतत विकास लक्ष्य संस्थान (SDG Institutions – Top 3)

  1. आईआईटी मद्रास

  2. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली

  3. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली

कौशल विश्वविद्यालय (Skill Universities – Top 3)

  1. सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे

  2. सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज़, इंदौर

  3. श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी, पलवल

शिक्षा मंत्री के प्रमुख वक्तव्य

  • शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनआईआरएफ रैंकिंग “विकसित भारत 2047” की दिशा में एक अहम कदम है।

  • उन्होंने आगामी “वन नेशन, वन डाटा” (One Nation, One Data) नीति की घोषणा की, जिससे रैंकिंग में पारदर्शिता और बढ़ेगी।

  • सुझाव दिया गया कि रैंकिंग मानकों में उद्यमिता (Entrepreneurship) को शामिल किया जाए, ताकि “परसेप्शन” (Perception) पर अत्यधिक निर्भरता न रहे।

रैंकिंग के मानक (Ranking Parameters)

संस्थानों का मूल्यांकन पाँच प्रमुख मानकों पर किया गया:

  1. शिक्षण, अधिगम और संसाधन (Teaching, Learning and Resources – TLR)

  2. शोध और व्यावसायिक अभ्यास (Research and Professional Practice – RP)

  3. स्नातक परिणाम (Graduation Outcomes – GO)

  4. जनसंपर्क व समावेशन (Outreach and Inclusivity – OI)

  5. धारणा/छवि (Perception – PR)

एनआईआरएफ के बारे में

  • 2015 में लॉन्च किया गया था (मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा, जिसे अब शिक्षा मंत्रालय कहा जाता है)।

  • भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों का पारदर्शी और व्यापक मूल्यांकन ढांचा प्रदान करता है।

  • वर्ष 2025 इसका 10वाँ संस्करण था, जिसमें पहले से अधिक संस्थानों ने भाग लिया।

आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 का कार्यक्रम आधिकारिक तौर पर घोषित

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने आधिकारिक रूप से महिला वनडे विश्व कप 2025 का कार्यक्रम घोषित कर दिया है, जो 30 सितंबर से 2 नवंबर 2025 तक आयोजित होगा। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका के पाँच स्थानों पर खेला जाएगा, जिसमें आठ टीमें 28 लीग मैचों और नॉकआउट चरण में भिड़ेंगी। भाग लेने वाली टीमें हैं – भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान। टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन प्रारूप में होगा, जहाँ प्रत्येक टीम बाकी सभी टीमों से एक-एक बार खेलेगी। इसके बाद शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया अब तक महिला वनडे विश्व कप का रिकॉर्ड 7 बार खिताब जीत चुकी है और इस बार भी खिताब बचाने के इरादे से मैदान में उतरेगी।

आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 के आयोजन स्थल

भारत: गुवाहाटी, इंदौर, विशाखापत्तनम, नवी मुंबई

श्रीलंका: कोलंबो (आर. प्रेमदासा स्टेडियम) – पाकिस्तान के सभी मैच यहीं आयोजित किए जाएँगे।

आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025-पूरा कार्यक्रम (IST)

30 सितंबर, 2025 – भारत बनाम श्रीलंका – बरसापारा स्टेडियम, गुवाहाटी – दोपहर 3:00 बजे
1 अक्टूबर, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूज़ीलैंड – होल्कर स्टेडियम, इंदौर – दोपहर 3:00 बजे
2 अक्टूबर, 2025 – बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान – आर. प्रेमदासा स्टेडियम, कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
3 अक्टूबर, 2025 – इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका – बरसापारा स्टेडियम, गुवाहाटी – दोपहर 3:00 बजे
4 अक्टूबर, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम श्रीलंका – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
5 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम पाकिस्तान – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
6 अक्टूबर, 2025 – न्यूज़ीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका – इंदौर – दोपहर 3:00 बजे
7 ​​अक्टूबर, 2025 – इंग्लैंड बनाम बांग्लादेश – गुवाहाटी – दोपहर 3:00 बजे
अक्टूबर 8, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
9 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका – विशाखापत्तनम – दोपहर 3:00 बजे
10 अक्टूबर, 2025 – न्यूज़ीलैंड बनाम बांग्लादेश – गुवाहाटी – दोपहर 3:00 बजे
11 अक्टूबर, 2025 – इंग्लैंड बनाम श्रीलंका – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
12 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – विशाखापत्तनम – दोपहर 3:00 बजे
13 अक्टूबर, 2025 – दक्षिण अफ्रीका बनाम बांग्लादेश – विशाखापत्तनम – दोपहर 3:00 बजे
14 अक्टूबर, 2025 – न्यूज़ीलैंड बनाम श्रीलंका – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
15 अक्टूबर, 2025 – इंग्लैंड बनाम पाकिस्तान – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
16 अक्टूबर, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम बांग्लादेश – विशाखापत्तनम – दोपहर 3:00 बजे
17 अक्टूबर, 2025 – दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
18 अक्टूबर, 2025 – न्यूज़ीलैंड बनाम पाकिस्तान – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
19 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम इंग्लैंड – इंदौर – दोपहर 3:00 बजे
20 अक्टूबर, 2025 – श्रीलंका बनाम बांग्लादेश – नवी मुंबई – दोपहर 3:00 बजे
21 अक्टूबर, 2025 – दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
22 अक्टूबर, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड – इंदौर – दोपहर 3:00 बजे
23 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम न्यूज़ीलैंड – नवी मुंबई – दोपहर 3:00 बजे
24 अक्टूबर, 2025 – पाकिस्तान बनाम श्रीलंका – कोलंबो – दोपहर 3:00 बजे
25 अक्टूबर, 2025 – ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका – इंदौर – दोपहर 3:00 बजे
26 अक्टूबर, 2025 – न्यूज़ीलैंड बनाम इंग्लैंड – विशाखापत्तनम – सुबह 11:00 बजे
26 अक्टूबर, 2025 – भारत बनाम बांग्लादेश – नवी मुंबई – दोपहर 3:00 बजे
29 अक्टूबर, 2025 – पहला सेमीफाइनल – तय नहीं – स्थान तय नहीं – दोपहर 3:00 बजे
30 अक्टूबर, 2025 – दूसरा सेमीफाइनल – नवी मुंबई – दोपहर 3:00 बजे
2 नवंबर, 2025 – फाइनल – तय नहीं – दोपहर 3:00 बजे

आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 – टीमें और स्क्वॉड्स

ऑस्ट्रेलिया

एलिसा हीली (कप्तान एवं विकेटकीपर), फीबी लिचफील्ड, बेथ मूनी, जॉर्जिया वोल, एशली गार्डनर, किम गार्थ, ग्रेस हैरिस, अलाना किंग, ताहलिया मैक्ग्रा, एलिस पेरी, एनाबेल सदरलैंड, डार्सी ब्राउन, मेगन शुट्ट, सोफी मोलीन्यूक्स, जॉर्जिया वेयरहैम

बांग्लादेश

निगार सुल्ताना (कप्तान), फर्गाना हक, सोभाना मोस्तारी, सर्मिन आक्तर, राबेया खान, रितु मोनी, शोर्णा आक्तर, सुमैया आक्तर, फहीमा खातून, मरूफा आक्तर, निशिता आक्तर निशी, फरिहा त्रिसना, नाहिदा आक्तर, रुब्या हायदर, सुमैया आक्तर

इंग्लैंड

टैमी ब्यूमोंट, सोफिया डंकली, एमी जोन्स, हीथर नाइट, डैनी वायट-हॉज, नैट स्किवर-ब्रंट (कप्तान), ऐलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सारा ग्लेन, एम्मा लैम्ब, एम अरलॉट, लॉरेन बेल, सोफी एक्लेस्टोन, लॉरेन फिलर, लिंसी स्मिथ

भारत

उमा चे़त्री, ऋचा घोष, हरलीन देओल, स्मृति मंधाना, प्रतिका रावल, यस्तिका भाटिया (विकेटकीपर), जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), अमनजोत कौर, स्नेह राणा, दीप्ति शर्मा, क्रांति गौड़, रेनुका सिंह, राधा यादव, अरुंधति रेड्डी, श्री चारनी

पाकिस्तान

ऐमन फातिमा, ओमैमा सोहेल, शव्वाल जुल्फिकार, सिद्रा नवाज़ (विकेटकीपर), मुनीबा अली (विकेटकीपर), सादफ शमास, सिद्रा अमीन, फातिमा सना (कप्तान), सैयदा अरूब शाह, आलिया रियाज़, डायना बेग, नतालिया परवेज़, रमी़न शमीम, नाशरा सान्धु, सादिया इक़बाल

दक्षिण अफ्रीका

लौरा वूलवार्ट (कप्तान), सिनालो जाफ्ता (विकेटकीपर), ताज़मिन ब्रिट्स, कराबो मेसो (विकेटकीपर), एनेके बॉश, नादिन डि क्लर्क, एनेरी डर्कसन, मरीज़ान कैप, सुने लूस, क्लोए ट्रायन, नोनदुमिसो शांगेसे, अयाबोंगा खाका, नोनकुलुलेको म्लाबा, मसाबाता क्लास, तुमी सेखुखुने

भारत ने वैश्विक उपयोग के लिए दुर्लभ एंटी-डोपिंग संदर्भ सामग्री का संश्लेषण किया

भारत ने खेलों में डोपिंग परीक्षण प्रणाली को मज़बूत करने के लिए एक दुर्लभ और अत्यंत महत्वपूर्ण एंटी-डोपिंग रेफरेंस मैटेरियल विकसित किया है — मेथांडीनोन लॉन्ग-टर्म मेटाबोलाइट (LTM)। यह उपलब्धि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) गुवाहाटी और नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी (NDTL) नई दिल्ली के संयुक्त सहयोग से संभव हुई है। यह पहल भारत को उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल करती है जो इतने उन्नत रेफरेंस मैटेरियल तैयार करने की क्षमता रखते हैं।

रेफरेंस मैटेरियल (RM) क्या होते हैं और क्यों ज़रूरी हैं?

  • ये शुद्ध रासायनिक पदार्थ या उनके मेटाबोलाइट्स होते हैं, जिनका उपयोग सटीक परीक्षण (analytical testing) के लिए किया जाता है।

  • एंटी-डोपिंग संदर्भ में, इनका प्रयोग होता है:

    • प्रतिबंधित पदार्थों की पहचान (WADA सूचीबद्ध)

    • उच्च सटीकता से एथलीट ड्रग टेस्ट करने में

    • पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखने में

  • दुनिया में केवल 4–5 संस्थान ही ऐसे दुर्लभ RMs बनाते हैं, इसलिए ये बहुत महंगे और कठिनाई से उपलब्ध होते हैं।

मेथांडीनोन LTM का शुभारंभ

  • 4 सितंबर 2025 को डॉ. मनसुख मांडविया (केंद्रीय युवा कार्य व खेल मंत्री) ने नई दिल्ली में NDTL की 22वीं गवर्निंग बॉडी बैठक के दौरान इस मेटाबोलाइट का शुभारंभ किया।

  • मेथांडीनोन एक एनाबॉलिक स्टेरॉयड है, जिसे खिलाड़ी ताकत और मांसपेशियाँ बढ़ाने के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं।

  • LTM की खासियत यह है कि यह लंबे समय तक शरीर में मौजूद रहता है, जिससे सेवन के महीनों या वर्षों बाद भी इसका पता लगाया जा सकता है।

मुख्य विशेषताएँ:

  • वैश्विक स्तर पर व्यावसायिक रूप से उपलब्ध नहीं

  • मूत्र परीक्षण के जरिए लंबी अवधि तक ट्रैकिंग

  • डोपिंग करने वालों पर निवारक (deterrence) प्रभाव

  • वैज्ञानिक सटीकता से एंटी-डोपिंग प्रवर्तन को मज़बूत करना

NIPER–NDTL सहयोग: डोपिंग परीक्षण में भारत की क्षमता

  • 2020 से दोनों संस्थान मिलकर 22 गैर-व्यावसायिक RMs विकसित कर रहे हैं।

  • अब तक 12 RMs तैयार किए जा चुके हैं, जिनमें मेथांडीनोन LTM नवीनतम है।

  • उद्देश्य:

    • खेलों में पारदर्शिता और ईमानदारी

    • WADA की 30 मान्यता प्राप्त लैब्स को सहयोग

    • पश्चिमी देशों से होने वाले महंगे आयात पर निर्भरता घटाना

वैश्विक महत्व और भविष्य की दिशा

  • साफ-सुथरे खिलाड़ियों को सशक्त बनाना

  • डोपिंग करने वालों के लिए कड़ा संदेश

  • भारत को वैज्ञानिक योगदानकर्ता और वैश्विक आपूर्तिकर्ता के रूप में स्थापित करना

  • खेल विज्ञान और अनुसंधान में नए अवसर खोलना

  • “फिट इंडिया” और खेलों में नैतिकता व जवाबदेही को प्रोत्साहित करना

परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु

  • भारत ने सितंबर 2025 में मेथांडीनोन लॉन्ग-टर्म मेटाबोलाइट (LTM) विकसित किया।

  • NIPER गुवाहाटी और NDTL नई दिल्ली ने संयुक्त रूप से विकसित किया।

  • यह रेफरेंस मैटेरियल, सेवन के महीनों बाद भी एनाबॉलिक स्टेरॉयड मेथांडीनोन का पता लगाने में सक्षम है।

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