भारतीय संगीत संगीतकार और संतूर वादक, पंडित शिवकुमार शर्मा का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले छह महीनों से गुर्दे से संबंधित समस्याओं से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे। कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया। उन्होंने संतूर को एक शास्त्रीय दर्ज़ा दिया और इसे अन्य पारंपरिक और प्रसिद्ध वाद्ययंत्रों जैसे सितार और सरोद के साथ ऊंचा किया। इससे पहले संतूर जम्मू-कश्मीर का एक अल्पज्ञात वाद्य यंत्र था। पंडित शिवकुमार शर्मा को सन् 1991 में प्रतिष्ठित पद्मश्री और सन् 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
पंडित शिवकुमार शर्मा का करियर (The career of Pandit Shivkumar Sharma):
सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…
भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…