आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने 2 मई 2024 को जारी अपनी नवीनतम रिपोर्ट, “इकोनॉमिक आउटलुक” में, 2024-25 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए आर्थिक विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 6.6% कर दिया है। अपनी पिछली रिपोर्ट में उसने 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।
इसने 2025-26 के लिए भी 6.6% की विकास दर का भी अनुमान लगाया है। ओईसीडी नवीनतम अंतरराष्ट्रीय संस्था है जिसने भारत की अर्थव्यवस्था के लिए विकास दर की संभावना बढ़ा दी है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था की अपेक्षित विकास दर को बढ़ाकर 6.8% कर दिया है। ओईसीडी को उम्मीद है कि विश्व अर्थव्यवस्था 2024 में 3.1 प्रतिशत और 2025 में 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
ओईसीडी रिपोर्ट की मुख्य बातें
- ओईसीडी के अनुसार, सार्वजनिक निवेश में वृद्धि और व्यावसायिक विश्वास में सुधार के कारण 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी निवेश बढ़ने से देश में पूंजी निर्माण को बढ़ावा मिलेगा,जिससे आर्थिक विकास दर को मजबूती मिलेगी।
- इस रिपोर्ट में भारत से निर्यात के बढ्ने की संभावना व्यक्त की गई है जिसमे प्रमुख भूमिका सूचना प्रौद्योगिकी और परामर्श जैसे सेवा क्षेत्र के निर्यात में बढ़ोतरी होगी।
- रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार को अपने ऋणग्रस्तता की बढ़ती समस्या का समाधान करने के लिए राजस्व में वृद्धि, व्यय दक्षता में सुधार करने की आवश्यकता है।
ओईसीडी के बारे में
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) बाजार आधारित अर्थव्यवस्था वाले 38 लोकतांत्रिक देशों का एक समूह है। इसकी स्थापना 1961 में हुई थी। इसकी स्थापना सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नीति मानकों को विकसित करने के लिए की गई थी।
ओईसीडी वैश्विक और क्षेत्रीय आर्थिक मुद्दों पर अनुसंधान करता है। यह अपने सदस्य देशों को आर्थिक नीतियां बनाने के लिए विश्वसनीय डेटा प्रदान करता है। वर्तमान में, ओईसीडी सदस्य देशों में दुनिया की 18 प्रतिशत आबादी, दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद का तीन-पांचवां हिस्सा, विश्व व्यापार का तीन-चौथाई हिस्सा और दुनिया की कुल ऊर्जा खपत का आधा हिस्सा,सदस्य देशों के द्वारा होता है।