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ओडिशा कैबिनेट ने “बंदे उत्कल जननी” को दिया राज्य गान का दर्जा

ओडिशा के मंत्रिमंडल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “बंदे उत्कल जननी” को ओडिसा गान का दर्जा देने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। इस एंथम को 1912 में कांताकवि लक्ष्मीकांता महापात्र द्वारा लिखा गया था। वर्ष 1994 में ओडिशा की विधानसभा के प्रत्येक सत्र के अंत में “बंदे उत्कल जननी” गाने के लिए निर्धारित किया गया था और तब इसे राज्य का गान बनाने की मांग की जाती रही है। यह गीत ओडिशा की महिमा और प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है।

उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • ओडिशा के मुख्यमंत्री: नवीन पटनायक; राज्यपाल: गणेशी लाल.
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