प्रसिद्ध कन्नड़ कवि, नाटककार और दलित कार्यकर्ता, सिद्धलिंगैया का कोविड -19 बीमारी से लड़ते हुए निधन हो गया। वह कर्नाटक के पहले प्रमुख दलित कवियों में से एक थे, और लोग उन्हें प्यार से “दलिता कवि” बुलाते थे। उन्हें कन्नड़ में दलित-बंदया साहित्यिक आंदोलन शुरू करने और दलित लेखन की शैली शुरू करने का श्रेय दिया जाता है। वह राज्य में दलित संघर्ष समिति के संस्थापकों में से एक थे।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 जनवरी 2015 को शुरू की गई उजाला योजना ने अपने…
भारत की अर्थव्यवस्था 2025-26 वित्तीय वर्ष में महत्वपूर्ण वृद्धि की ओर अग्रसर है, जिसमें वृद्धि…
7 जनवरी 2025 को गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने राज्य की 'स्वयंपूर्ण गोवा…
विश्व हिंदी दिवस, जिसे 'विश्व हिंदी दिवस' के नाम से जाना जाता है, हर साल…
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए अपने जीडीपी वृद्धि पूर्वानुमान…
8 जनवरी 2025 को, कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने वित्त मंत्रालय के शीर्ष पदों…