रेलवे, कोयला, वित्त और कंपनी मामलों के केंद्रीय मंत्री श्री पियुष गोयल ने व्यावसायिक संचालन के लिए नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (NLCIL) की तीन 100 मेगावॉट सौर ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन किया और इन परियोजनाओं को तमिलनाडु में राष्ट्र को समर्पित किया.
प्रत्येक 100 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाले सौर ऊर्जा परियोजनाओं को 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था, जिसमें 15 साल के लिए ऑपरेशन और रखरखाव लागत शामिल है. इन इकाइयों से उत्पादित बिजली तमिलनाडु पावर जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (TANGEDCO) को 4.41 रुपये प्रति यूनिट की लागत से दी जाएगी.
NLCILऔर अन्ना विश्वविद्यालय ने एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए. एमओयू 2700 किलो कैलोरी से 4350किलो कैलोरी तक कैलोरिक वैल्यू बढ़ाने के लिए लिग्नाइट के सौर को शुष्क करने पर एक पायलट परियोजना स्थापित करने में मदद करेगा. पायलट परियोजना की लागत 2 करोड़ रुपये 69 लाख है.
स्रोत-प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB)
SBI PO/Clerk परीक्षा 2018 के लिए मुख्य तथ्य-
- NLCIL एक ‘नवरत्न’ लाभ कमाने वाली, भारत सरकार एंटरप्राइज है जो लिग्नाइट के खनन और लिग्नाइट आधारित थर्मल पावर प्लांट्स के माध्यम से बिजली उत्पादन करती है.
- तमिलनाडु के नेवेली में लिग्नाइट इकठ्ठा करने की खोज के बाद, 1956 में भारत सरकार द्वारा NLCIL की स्थापना की गई थी.