साझेदारी का उद्देश्य प्रौद्योगिकी का उपयोग करने से है जिससे किसानों को अंतर्दृष्टि दी जा सके, ताकि इससे किसानों की फसल उत्पादकता, मिट्टी की पैदावार, किसानों की आय में सुधार करने की दिशा में मिलकर काम करना है और इस लक्ष्य के साथ कृषि इनपुट को नियंत्रित करना है. परियोजना का पहला चरण असम, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के राज्यों में 10 आकांक्षी जिलों के लिए मॉडल विकसित करने पर केंद्रित होगा.
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