इसरो और सीबीएसई के सहयोग से नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission) ने पूरे भारत में स्कूली छात्रों के लिए ‘स्पेस चैलेंज (Space Challenge)’ शुरू किया है। यह चुनौती देश भर के सभी स्कूली छात्रों, सलाहकारों और शिक्षकों के लिए तैयार की गई है जो न केवल अटल टिंकरिंग लैब्स (Atal Tinkering Labs -ATL) प्रयोगशालाओं वाले स्कूलों से जुड़े हैं बल्कि सभी गैर-एटीएल स्कूलों से भी जुड़े हैं।
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इस चुनौती का उद्देश्य युवा स्कूली छात्रों के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में कुछ ऐसा बनाने के लिए नवाचार को सक्षम करना है जो न केवल उन्हें अंतरिक्ष के बारे में सीखने में मदद करेगा बल्कि कुछ ऐसा भी तैयार करेगा जिसका अंतरिक्ष कार्यक्रम स्वयं उपयोग कर सके।
अटल इनोवेशन मिशन के तहत:
- आयोग उद्यमशीलता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अटल इनक्यूबेशन सेंटर (Atal Incubation Centres) और एटीएल जैसी पहल चला रहा है।
- यह सुनिश्चित करने के लिए है कि कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को एक खुला मंच दिया जाता है जहां वे डिजिटल युग अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समस्याओं को हल करने के लिए खुद को नवाचार और सक्षम कर सकते हैं।
- एटीएल स्पेस चैलेंज (ATL Space Challenge) 2021 विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2021 के साथ संरेखित होता है जिसे अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के योगदान का जश्न मनाने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रत्येक वर्ष 4-10 अक्टूबर से मनाया जाता है।