नीति आयोग ने प्रतिस्पर्धात्मकता संस्थान (Institute of Competitiveness) की साझीदारी में निर्यात तैयारी सूचकांक (Export Preparedness Index) 2020 पर रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में भारतीय राज्यों की निर्यात तैयारी और प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है। इसका उद्देश्य चुनौतियों और अवसरों की पहचान करना, सरकारी नीतियों की प्रभावोत्पादकता को बढ़ाना और एक सुविधाजनक नियामकीय संरचना को प्रोत्साहित करना है। गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु निर्यात तैयारी सूचकांक (EPI) 2020 में शीर्ष तीन स्थान पर है।
निर्यात तैयारी सूचकांक (EPI) 2020 के बारे में:
निर्यात तैयारी सूचकांक (EPI) 2020 की संरचना में 4 स्तंभ शामिल हैं:
- नीति (Policy)
- व्यवसाय परितंत्र (Business Ecosystem)
- निर्यात परितंत्र (Export Ecosystem)
- निर्यात निष्पादन (Export Performance)
निर्यात तैयारी सूचकांक निर्यात संवर्धन के संबंध में क्षेत्रीय निष्पादन के मानदंड के लिए राज्य सरकारों का मार्गदर्शन करेगा और इसे बेहतर बनाने और बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत अंतर्दृष्टि भी प्रदान करेगा।
रिपोर्ट के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- अधिकांश भारतीय राज्यों ने निर्यात विविधीकरण, परिवहन संपर्क एवं अवसंरचना के उप स्तंभों में औसतन अच्छा प्रदर्शन किया है.
- गुजरात, महाराष्ट्र एवं तमिलनाडु क्रमशः शीर्ष तीन स्थानों पर काबिज हैं।
- केंद्र शासित प्रदेशो में दिल्ली ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है जिसके बाद गोवा और चंडीगढ़ हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्यात संवर्धन में निम्नलिखित तीन बुनियादी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है-
- निर्यात अवसंरचनाओं में क्षेत्रों के भीतर एवं अंतःक्षेत्रीय विषमताएं.
- राज्यों के बीच निम्न व्यापार सहायता तथा विकास अनुकूलन.
- जटिल एवं अनूठे निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निम्न अनुसंधान एवं विकास अवसंरचना.
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
- नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ): अमिताभ कांत.