प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली में 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) का उद्घाटन कर दिया है। भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के व्यापक ढांचे के तहत भारत की संसद द्वारा यशोभूमि में शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है। 9वें G20 संसदीय अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन (P20) में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा किभारत चंद्रमा पर उतरा। भारत ने G20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में नौवें पी20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह शिखर सम्मेलन दुनिया की संसदीय प्रथाओं का ‘महाकुंभ’ है। संसद बहस और विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
भारत की G20 अध्यक्षता की थीम के अनुरूप, 9वें पी20 शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद’ है। इस कार्यक्रम में G20 सदस्यों और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्ष भाग लेंगे। 9-10 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ के जी20 का सदस्य बनने के बाद पैन-अफ्रीकी संसद पहली बार पी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेगी।
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली में 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। वहीं, कनाडा 9वें G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (P20) और संसदीय मंच कार्यक्रम सूची में शामिल नहीं है।
इस कार्यक्रम में इंडोनेशिया, मैक्सिको, सऊदी अरब, ओमान, स्पेन, यूरोपीय संसद, इटली, दक्षिण अफ्रीका, रूस, तुर्किये, नाइजीरिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, जापान, मिस्र और बांग्लादेश के वक्ता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख उपस्थित होंगे।
शिखर सम्मेलन का एजेंडा
एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) में तेजी लाना: संयुक्त राष्ट्र द्वारा उल्लिखित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की उपलब्धि में तेजी लाने के लिए रणनीतियों और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करके वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना।
सतत ऊर्जा परिवर्तन: एक स्थायी ऊर्जा भविष्य के लिए रास्ते तलाशना, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर चर्चा करना, और स्वच्छ, हरित ऊर्जा विकल्पों में परिवर्तन में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
महिला-नेतृत्व वाला विकास: विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए, इस सत्र का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और स्थायी अर्थव्यवस्थाओं को आकार देने में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए अवसर पैदा करना है।
सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन: लोगों के जीवन की बेहतरी के लिए प्रौद्योगिकी के दोहन पर ध्यान देने के साथ सार्वजनिक सेवाओं, शासन और सामाजिक समावेशन पर डिजिटल प्लेटफार्मों के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डालना।