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नई दिल्ली बैठक में नए यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल जोड़े गए

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नई दिल्ली में 30 जुलाई 2024 को संपन्न यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र में यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) विरासत सूची में दुनिया भर के 24 नए विरासत स्थलों को शामिल किया गया है। भारत ने पहली बार 21-31 जुलाई 2024 तक नई दिल्ली में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति की मेजबानी की।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जुलाई को यूनेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले की उपस्थिति में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति की बैठक का उद्घाटन किया। समापन समारोह को 30 जुलाई 2024 को केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संबोधित किया।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्घाटन संबोधन में विकासशील देशों में संरक्षण परियोजनाओं का समर्थन करने और क्षमता निर्माण पहल को बढ़ाने के लिए यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र को 1 मिलियन डॉलर की सहायता की घोषणा की है।

1,223 विरासत स्थल यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में

  • नई दिल्ली सत्र में 24 नए स्थलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया जिसमे 19 सांस्कृतिक, 4 प्राकृतिक और 1 मिश्रित श्रेणी में शामिल किए गए हैं। अब दुनिया के 1,223 विरासत स्थल यूनेस्को की विरासत सूची में शामिल हैं जिनमें से 952 सांस्कृतिक श्रेणी, 231 प्राकृतिक श्रेणी और 40 मिश्रित श्रेणी के अंतर्गत शामिल किए गए हैं।
  • इस सूची में 60 स्थलों के साथ इटली सबसे आगे है और उसके बाद 59 स्थलों के साथ चीन दूसरे स्थान पर है। भारत की सूची में 43 स्थल हैं, जिनमें नवीनतम असम का मोइदाम, अहोम राजवंश की माउंड-दफन प्रणाली है। 1983 में तीन भारतीय विरासत स्थल – अजंता गुफा, एलोरा गुफा (दोनों महाराष्ट्र में), आगरा में ताज महल और उत्तर प्रदेश में आगरा किला को यूनेस्को की विरासत सूची में शामिल किया गया था।
  • नई दिल्ली की बैठक में विश्व धरोहर समिति ने सेनेगल के नियोकोलो-कोबा राष्ट्रीय उद्यान को खतरे में पड़ी विश्व धरोहर की सूची से हटा दिया गया है। फ़िलिस्तीन में स्थित सेंट हिलारियन मठ/टेल उम्म आमेर को यूनेस्को की खतरे में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।
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