राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस (National Safe Motherhood Day) हर साल 11 अप्रैल को मनाया जाता है. राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस, व्हाइट रिबन एलायंस इंडिया (WRAI) द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसे गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की उचित देखभाल और प्रसव संबंधी जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल मनाया जाता है. यह दिन राष्ट्रपिता मोहन दास करम चंद गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की जयंती भी चिह्नित करता है.
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राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस का इतिहास:
1800 संगठनों का एक गठबंधन, WRAI के अनुरोध पर, 2003 में, भारत सरकार ने 11 अप्रैल को कस्तूरबा गांधी के जन्म वर्षगांठ को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में घोषित किया. भारत सामाजिक रूप से राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस घोषित करने वाला दुनिया का पहला देश है.
हर साल WRAI के सदस्य द्वारा सुरक्षित मातृत्व दिवस के लिए एक राष्ट्रव्यापी विषय का चयन किया जाता हैं, और जिसके अनुरूप WRAI सदस्य पूरे देश में बड़े पैमाने पर गतिविधियां और अभियान चलाते हैं. राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस पर शुरू किए गए इन वार्षिक अभियानों का लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना है ताकि गर्भावस्था, प्रसव और प्रसव बाद महिलाओं को अधिकतम स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जाए ताकि प्रसव के दौरान या बच्चे को जन्म देने के कारण किसी भी महिला की मौत न हो.
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