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माउंट एवरेस्ट पर भारतीय पर्वतारोहण टीम के साथ चढ़ाई एक राष्ट्रीय गौरव की बात

भारत की शीर्ष पर्वतारोहण संस्थानों — जवाहर पर्वतारोहण एवं शीतकालीन खेल संस्थान (JIM&WS), नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) और हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान (HMI) — के प्रशिक्षकों की संयुक्त राष्ट्रीय पर्वतारोहण टीम ने 23 मई, 2025 को माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) पर सफल चढ़ाई कर एक नया इतिहास रच दिया। यह अभियान भारत की उच्च-शिखर पर्वतारोहण में बढ़ती नेतृत्व क्षमता, साहसिक भावना, एकता, और संकल्प को दर्शाता है।

क्यों चर्चा में?

  • भारत की तीनों प्रमुख पर्वतारोहण संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से माउंट एवरेस्ट पर सफल चढ़ाई, 23 मई 2025 को।

  • रक्षा मंत्रालय के सहयोग से इस अभियान को रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने 26 मार्च 2025 को रवाना किया था।

  • यह मिशन पर्वतारोहण के माध्यम से राष्ट्र की प्रतिष्ठा, संस्थानिक सहयोग, और रणनीतिक उपलब्धि को दर्शाता है।

उद्देश्य और लक्ष्य

  • पर्वतारोहण में राष्ट्रीय एकता और संस्थानिक सहयोग को बढ़ावा देना।

  • साहसिक खेलों में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना और अत्यंत ऊंचाई एवं कठिन मौसम में भारत की क्षमता प्रदर्शित करना।

  • शीर्ष पर्वतारोहण प्रशिक्षकों को नेतृत्व और हाई-एल्टीट्यूड प्रशिक्षण का अनुभव प्रदान करना।

टीम संरचना

नेतृत्व में:

  • कर्नल अंशुमान भदौरिया, प्राचार्य, NIM उत्तरकाशी

  • कर्नल हेम चंद्र सिंह, प्राचार्य, JIM&WS पहलगाम

प्रमुख प्रशिक्षक:

  • हवलदार राजेन्द्र मुखिया (JIM&WS)

  • श्री राकेश सिंह राणा (NIM)

  • सूबेदार बहादुर पाहन (NIM)

  • श्री पासंग तेनजिंग शेरपा (HMI)

  • हवलदार थुप्स्तन त्सेवांग (HMI)

चढ़ाई विवरण

  • प्रस्थान तिथि: 26 मार्च 2025

  • पहला अभ्यास पर्वतारोहण: माउंट लोबुचे (6,119 मीटर) – 18 अप्रैल 2025

  • मुख्य चढ़ाई: माउंट एवरेस्ट – 23 मई 2025

  • वापसी: सभी पर्वतारोही एवरेस्ट बेस कैंप लौट आए हैं और काठमांडू की ओर प्रस्थान कर चुके हैं।

महत्त्व

  • भारत की पर्वतारोहण प्रशिक्षण क्षमताओं और नेतृत्व का प्रमाण।

  • युवाओं को साहसिक खेलों और राष्ट्रीय रक्षा प्रशिक्षण की ओर प्रेरित करता है।

  • भारतीय पर्वतारोहण संस्थानों की वैश्विक मान्यता को और सशक्त बनाता है।

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