राष्ट्रीय रक्षा दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को भारत में मनाया जाता है ताकि सशस्त्र बलों के बलिदान और वीरता को सम्मानित किया जा सके, जिन्होंने देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की है। वर्ष 2025 में इस दिवस की 87वीं वर्षगांठ मनाई गई। यह दिन भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के साहस और समर्पण को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ बाहरी और आंतरिक खतरों से राष्ट्र की सुरक्षा में उनकी भूमिका को पहचानने का अवसर प्रदान करता है।
राष्ट्रीय रक्षा दिवस 2023 की प्रमुख विशेषताएं
थीम: अभी घोषित नहीं हुई
तारीख: 3 मार्च
उद्देश्य: भारतीय सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि अर्पित करना और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को स्वीकार करना।
राष्ट्रीय रक्षा दिवस का आयोजन
आधिकारिक समारोह
- पूरे देश में परेड और ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए जाते हैं।
- शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए युद्ध स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती है।
- भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमताओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी और सैन्य प्रदर्शन किए जाते हैं।
शैक्षिक गतिविधियां
- स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रीय सुरक्षा पर सेमिनार, वाद-विवाद और व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं।
- रक्षा और सशस्त्र बलों के योगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।
सामुदायिक भागीदारी
- सैनिकों और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए रक्तदान शिविर और अन्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
- रक्षा कर्मियों के प्रति आभार प्रकट करने के लिए मिठाइयों और धन्यवाद पत्रों का वितरण किया जाता है।
राष्ट्रीय रक्षा दिवस का इतिहास
- पहली बार 3 मार्च 1933 को मनाया गया।
- उस समय के वायसराय लॉर्ड इरविन द्वारा प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों के योगदान को मान्यता देने के लिए स्थापित किया गया।
- यह 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की वीरता को भी स्मरण करता है, जिसमें भारतीय सैनिकों ने स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राष्ट्रीय रक्षा दिवस का महत्व
- उन सैनिकों के बलिदानों को सम्मानित करता है जिन्होंने देश की संप्रभुता के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।
- बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य में राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है।
- भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी, धैर्य और पेशेवर कौशल की याद दिलाता है।
- जनता और रक्षा बलों के बीच संबंधों को मजबूत कर देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करता है।
सारांश/स्थिर विवरण | विवरण |
क्यों चर्चा में? | राष्ट्रीय रक्षा दिवस, तिथि, महत्व, उद्देश्य |
कब मनाया जाता है? | प्रत्येक वर्ष 3 मार्च |
पहली बार मनाया गया | 3 मार्च 1933 |
स्थापना किसने की? | लॉर्ड इरविन (भारत के वायसराय) |
महत्व | सशस्त्र बलों के बलिदानों को सम्मान देना, राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना, देशभक्ति को प्रोत्साहित करना |
उत्सव और आयोजन | परेड, ध्वजारोहण, पुष्पांजलि अर्पण, प्रदर्शनी, शैक्षिक कार्यक्रम, रक्तदान शिविर |
ऐतिहासिक महत्व | प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों के योगदान और 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की वीरता को मान्यता देना |