भारत का सबसे महंगा शहर अब मुंबई बन चुका है। इसकी पुष्टी एचआर कंसल्टेंसी मर्सर ने 2024 कॉस्ट ऑफ लिविंग सर्वे (जीवन-यापन लागत सर्वेक्षण) की रिपोर्ट में 17 जून को हुई। सर्वे में बताया गया है कि मुंबई अब एशिया में प्रवासियों के लिए 21वें सबसे महंगे शहर के रूप में स्थान पर है, जबकि दिल्ली 30वें स्थान पर है।
वैश्विक स्तर पर, मुंबई पिछले साल से 11 पायदान चढ़कर 226 शहरों में 136वें स्थान पर है, जिनका सर्वेक्षण किया गया था। दुनिया के टॉप 10 सबसे महंगे शहर हांगकांग, सिंगापुर, ज्यूरिख, जिनेवा, बर्न, न्यूयॉर्क सिटी, लंदन, नासाउ और लॉस एंजिल्स हैं। टॉप 20 की लिस्ट में अन्य भारतीय शहर नई दिल्ली (164 वें स्थान पर), चेन्नई (189) और बेंगलुरु (195), हैदराबाद (202), पुणे (205) और कोलकाता 207 वें स्थान पर है।
रैंकिंग में मुंबई की वृद्धि के बावजूद, भारतीय शहरों की समग्र सामर्थ्य बहुराष्ट्रीय संगठनों या वैश्विक प्रतिभाओं को आकर्षित करने वाली भारतीय कंपनियों के लिए एक प्रमुख लाभ बनी हुई है। सर्वेक्षण के अनुसार ऊर्जा और उपयोगिता लागत के मामले में मुंबई और पुणे सबसे महंगे हैं। परिवहन लागत मुंबई में सबसे अधिक है, उसके बाद बेंगलुरु का स्थान है, जबकि शराब और तंबाकू उत्पाद दिल्ली में सबसे कम महंगे हैं और चेन्नई में सबसे महंगे हैं।
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