भारतीय सेना ने भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) और मरीन पुलिस के साथ मिलकर गुजरात के बेत द्वारका में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास ‘जल-थल-रक्षा 2025’ का आयोजन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य द्वीप सुरक्षा को मजबूत करना, अवैध अतिक्रमण रोकना और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाना था। इस ड्रिल का निरीक्षण कई सरकारी एजेंसियों ने किया, जिससे संभावित सुरक्षा खतरों से निपटने की तैयारियों को परखा गया।
| मुख्य पहलू | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | बेत द्वारका में सैन्य अभ्यास ‘जल-थल-रक्षा 2025′ आयोजित |
| अभ्यास का नाम | जल-थल-रक्षा 2025 |
| स्थान | बेत द्वारका, गुजरात |
| उद्देश्य | द्वीप सुरक्षा को मजबूत करना, अवैध अतिक्रमण रोकना |
| प्रमुख प्रतिभागी | भारतीय सेना, तटरक्षक बल, मरीन पुलिस, सरकारी एजेंसियाँ |
| मुख्य गतिविधियाँ | सुरक्षा अभ्यास, खतरे की प्रतिक्रिया सिमुलेशन, हवरक्राफ्ट की तैनाती |
| रणनीतिक प्रभाव | रक्षा तैयारियों को मजबूत करना और एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाना |
ओमान ने राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ और आधुनिक सुरक्षा विशेषताओं से युक्त अपना पहला एक…
मलयालम प्रकाशक रवि डीसी, जो डीसी बुक्स के प्रबंध निदेशक हैं, को भारत और फ्रांस…
नीति आयोग ने भारत की उच्च शिक्षा के वैश्वीकरण पर एक संपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जिसमें इसके निष्कर्ष, मुख्य सिफारिशें, तर्क, चुनौतियां और एनईपी 2020 के साथ-साथ नियामक…
जानिए 2025 में सांता क्लॉस की उम्र क्या होगी और NORAD द्वारा साझा किए गए उनके उम्र, कद और…
भारतीय सेना ने सॉफ्टवेयर और एआई-आधारित समाधान विकसित करने के लिए नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय…
रक्षा और आंतरिक सुरक्षा के लिए अनुसंधान, शिक्षा, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता में सहयोग करने, आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारियों को…