एमआई न्यूयॉर्क ने 14 जुलाई को ग्रैंड प्रेयरी स्टेडियम, डलास में खेले गए फाइनल मुकाबले में वॉशिंगटन फ्रीडम को 5 रन से हराकर मेजर लीग क्रिकेट (MLC) 2025 का खिताब अपने नाम किया। टूर्नामेंट की शुरुआत में बेहद खराब प्रदर्शन करने के बावजूद एमआई न्यूयॉर्क की यह वापसी फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार कहानियों में गिनी जा रही है।
एक रोमांचक फाइनल मुकाबला
181 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वॉशिंगटन फ्रीडम मात्र 5 रन से चूक गई। अंतिम ओवर में उन्हें 12 रन चाहिए थे, लेकिन 22 वर्षीय रुशिल उगर्कर ने ग्लेन फिलिप्स और ग्लेन मैक्सवेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज़ों के सामने धैर्य बनाए रखा। माइकल ब्रेसवेल ने आखिरी ओवर में एक अहम कैच पकड़कर जीत की मुहर लगा दी।
फ्रीडम की शुरुआत खराब रही, जब पहले ही ओवर में ट्रेंट बोल्ट ने दो विकेट झटके। रचिन रवींद्र (70) और जैक एडवर्ड्स (33) के बीच 84 रन की साझेदारी ने उन्हें वापसी दिलाई, लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी।
डी कॉक की शानदार बल्लेबाज़ी
इससे पहले एमआई न्यूयॉर्क की ओर से क्विंटन डी कॉक ने 46 गेंदों पर 77 रनों की तेज़ पारी खेली, जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उन्होंने मोनांक पटेल (28) के साथ 72 रन की ओपनिंग साझेदारी की। बीच के ओवरों में कुछ तेज़ विकेट गिरने के बाद डी कॉक और निकोलस पूरन (22) ने 56 रन जोड़कर पारी को संभाला। अंत में कुंवरजीत सिंह (22 रन नाबाद, 13 गेंद)* की ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से टीम ने 180/7 का स्कोर खड़ा किया।
वॉशिंगटन के लिए लॉकी फर्ग्यूसन सबसे प्रभावशाली गेंदबाज़ रहे, जिन्होंने 24 रन देकर 3 विकेट चटकाए—उनमें डी कॉक और कीरोन पोलार्ड जैसे बड़े नाम शामिल थे।
वापसी की मिसाल बना एमआई न्यूयॉर्क
एमआई न्यूयॉर्क ने सीज़न की शुरुआत बेहद निराशाजनक रूप से की थी—पहले 7 में से 6 मैच हार गए थे। लेकिन निकोलस पूरन की कप्तानी में टीम ने ज़बरदस्त वापसी की, अहम मुकाबले जीते और फाइनल तक पहुंची। इस खिताबी जीत ने साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और टीमवर्क के दम पर कोई भी शुरुआत सफल अंत में बदल सकती है।


भारतीय हॉकी के 100 साल: आज से शुरू होगा ...
महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 पर सामान्य ज...
केन विलियमसन ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से सं...

