मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने डिजिलॉकर को एकमात्र राष्ट्रीय शैक्षणिक डिपॉजिटरी (एनएडी) घोषित करने की घोषणा की है। साथ ही मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को डिजीलॉकर के तहत स्थायी योजना के रूप में एनएडी को लागू करने का निर्देश दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के माध्यम से डिजीलॉकर द्वारा बिना किसी भी उपयोगकर्ता शुल्क के साथ एनएडी को एक स्थायी योजना के रूप में लागू किया जाएगा। इसके अलावा यूजीसी को शैक्षणिक पुरस्कारों के हस्तांतरण, छात्र खातों के निर्माण और डिजीलॉकर के सत्यापन की प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है।
क्या होता है DigiLocker?
डिजीलॉकर क्लाउड-आधारित एक प्रमुख सुरक्षित प्लेटफार्म है, जो उपयोगकर्ताओं को आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, संपत्ति दस्तावेजों जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के इलेक्ट्रॉनिक संस्करणों को संग्रहीत करने की अनुमति देता है और हर समय इन तक पहुंच सुनिश्चित करता है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- मानव संसाधन विकास मंत्री: रमेश पोखरियाल निशंक ’.