मनोज बाजपेयी की बहुचर्चित फिल्म “द फेबल” ने 38वें लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतकर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान और मज़बूत कर ली है। निर्देशक राम रेड्डी द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने कॉन्स्टेलेशन फीचर फिल्म प्रतियोगिता में यह पुरस्कार जीता, जो विश्व स्तर पर क्रांतिकारी सिनेमा को सम्मानित करती है।
द फेबल की यह जीत न केवल भारतीय सिनेमा के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि यह दिखाती है कि भारतीय कहानियां वैश्विक दर्शकों को भी प्रभावित कर सकती हैं। राम रेड्डी की निर्देशकीय शैली और मनोज बाजपेयी के प्रभावशाली अभिनय ने इस फिल्म को एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचाया है।
| Key Point | Details |
|---|---|
| चर्चा में क्यों? | मनोज बाजपेयी अभिनीत फिल्म द फैबल ने 38वें लीड्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कांस्टेलेशन फीचर फिल्म प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता। |
| मुख्य अभिनेता | मनोज बाजपेयी |
| निदेशक | राम रेड्डी |
| पुरस्कार श्रेणी | नक्षत्र फीचर फिल्म प्रतियोगिता |
| फिल्म शैली | मैजिकल रेअलिस्म |
| पिछली उपलब्धियां | 2024 MAMI मुंबई फिल्म महोत्सव में विशेष जूरी पुरस्कार जीता |
| फिल्म कथानक सारांश | यह कहानी देव पर केंद्रित है, जो हिमालय में अपने परिवार की संपत्ति पर रहस्यमय ढंग से जले हुए पेड़ों की खोज करता है और अपने परिवार के बारे में सच्चाई का पता लगाता है। |
| कार्यकारी निर्माता | गुनीत मोंगा कपूर |
| सह-कलाकार | प्रियंका बोस, दीपक डोबरियाल, तिलोत्तमा शोम |
| लीड्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव | लीड्स, ब्रिटेन में प्रतिवर्ष आयोजित; नवीन और अभूतपूर्व सिनेमा को मान्यता देता है। |
| उत्पादन का देश | अमेरिकी-भारतीय सह-निर्माण |
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