पुरस्कार और उसकी विरासत
हैदराबाद स्थित पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति फाउंडेशन द्वारा स्थापित पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति पुरस्कार (अर्थशास्त्र) उन व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने भारत के आर्थिक विकास में परिवर्तनकारी योगदान दिया है।
डॉ. मनमोहन सिंह को मरणोपरांत यह पुरस्कार प्रदान करके फाउंडेशन ने भारत के दो सबसे प्रभावशाली आर्थिक नेताओं – डॉ. सिंह और नरसिम्हा राव – की ऐतिहासिक साझेदारी को पुनः स्मरण किया है।
इस अवसर पर पीवीएनएमएफ के अध्यक्ष के. रामचंद्र मूर्ति और महासचिव मदमचेत्ती अनिल कुमार भी उपस्थित रहे। समारोह में नीति-निर्माताओं, अर्थशास्त्रियों और डॉ. सिंह की विरासत के प्रशंसकों ने भाग लिया।
परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु
-
डॉ. मनमोहन सिंह को मरणोपरांत पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति पुरस्कार (अर्थशास्त्र) से सम्मानित किया गया।
-
पुरस्कार मोंटेक सिंह अहलूवालिया द्वारा प्रदान किया गया और गुरशरण कौर ने ग्रहण किया।
-
यह सम्मान 1991 के आर्थिक सुधारों में डॉ. सिंह की भूमिका को मान्यता देता है।
-
उदारीकरण नीतियों का श्रेय अक्सर मनमोहन सिंह और नरसिम्हा राव दोनों को दिया जाता है।
-
यह पुरस्कार पी. वी. नरसिम्हा राव स्मृति फाउंडेशन (PVNMF) द्वारा प्रदान किया जाता है।