लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह एक अगस्त को अगले उप सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वह लेफ्टिनेंट जनरल एन एस राजा सुब्रमणि का स्थान लेंगे। इसके अलावा नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन पश्चिमी नौसैन्य कमान के अगले फ्लैग आफिसर कमाडिंग-इन-चीफ होंगे। उन्होंने एक मई 2024 को नौसेना उप प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था। अगले नौसेना उप प्रमुख बनने वाले वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन एक अगस्त को कार्यभार संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह एक अगस्त को अगले उप सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उनकी यह नियुक्ति सेना के रणनीतिक नेतृत्व को और सशक्त बनाएगी तथा उनकी व्यापक अनुभव की पृष्ठभूमि भारतीय सेना को आने वाली चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह भारतीय सेना के एक अत्यंत सम्मानित और अनुभवी अधिकारी हैं, जिनका सेवा रिकॉर्ड गौरवपूर्ण और प्रेरणास्पद रहा है। राष्ट्र सेवा की भावना से प्रेरित होकर उन्होंने दिसंबर 1987 में भारतीय सैन्य अकादमी से प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद प्रतिष्ठित 4 पैरा (स्पेशल फोर्सेज) में कमीशन प्राप्त किया। अपने दशकों लंबे सैन्य करियर में उन्होंने देश और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।
अपने करियर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने भारत के कई प्रमुख सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें शामिल हैं:
ऑपरेशन पवन: 1980 के दशक में श्रीलंका में भारतीय सैन्य हस्तक्षेप।
ऑपरेशन मेघदूत: सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में सामरिक अभियान।
ऑपरेशन रक्षक: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियान।
ऑपरेशन ऑर्किड: पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद पर नियंत्रण हेतु अभियान।
इन अभियानों में सक्रिय भागीदारी ने उन्हें भारतीय सेना के सबसे अनुभवी और जुझारू कमांडरों में से एक बना दिया है।
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के तहत लेबनान और श्रीलंका में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इन मिशनों ने उन्हें बहुराष्ट्रीय सैन्य समन्वय और मानवीय सहायता अभियानों का अनुभव प्रदान किया, जिससे उनके रणनीतिक दृष्टिकोण और नेतृत्व कौशल को और अधिक निखार मिला।
अप्रैल 2022 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश के योल छावनी स्थित राइजिंग स्टार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) का पदभार संभाला। 2005 में गठित यह कोर उत्तरी भारत की रक्षा तैयारियों में अहम भूमिका निभाती है। उनके नेतृत्व में इस कोर की संचालन क्षमता और तैयारियों में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
सेना में नेतृत्व परिवर्तन के साथ-साथ नौसेना में भी बदलाव हो रहा है। वाइस एडमिरल कृष्ण स्वामीनाथन, जो वर्तमान में नौसेना के उपप्रमुख हैं, 1 अगस्त 2025 को वेस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनेंगे। उनके स्थान पर वाइस एडमिरल संजय वत्सायन नौसेना के नए उपप्रमुख (VCNS) का पद संभालेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह को उपसेनाध्यक्ष (Vice Chief of the Army Staff) के पद पर नियुक्त किया जाना महज एक सामान्य नेतृत्व बदलाव नहीं है। यह सेना का उनके प्रति विश्वास दर्शाता है कि वे बदलते सुरक्षा परिदृश्य, सीमाओं पर बढ़ते तनाव, और रक्षा क्षेत्र में तकनीकी आधुनिकीकरण की आवश्यकता के समय प्रभावी नेतृत्व देने में सक्षम हैं। आतंकवाद विरोधी अभियानों, ऊँचाई वाले क्षेत्रों में युद्ध कौशल, और अंतरराष्ट्रीय मिशनों में उनके व्यापक अनुभव के आधार पर यह नियुक्ति भारतीय सेना के भविष्य को सशक्त बनाएगी।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…
भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 3 दिसंबर 2025 को घोषणा की कि फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ…
पूर्वोत्तर भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण…